मुंबई: अंधेरी के ईएसआइसी अस्पताल में आग का तांडव, 8 की मौत, 100 से ज्यादा घायल
सोमवार को मुंबई में अंधेरी स्थित ईएसआइसी कामगार अस्पताल में अचानक आग लग गई।
By Ravindra Pratap SingEdited By: Updated: Tue, 18 Dec 2018 08:29 AM (IST)
मुंबई एएनआइ। मुंबई के अंधेरी स्थित ईएसआइसी कामगार अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। आग लगने के बाद से राहत और बचाव का कार्य जारी है मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गई हैं और आग पर काबू करने की कोशिश की जा रही है।
मुंबई के अंधेरी इलाके के ईएसआइसी कामगार अस्पताल में सोमवार शाम अचानक आग लग गई, इस दौरान वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया जिसके चलते दुर्घटना में घायल एवं अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों को निकट के आधा दर्जन अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है।
दमकल विभाग को शाम चार बजे मिली सूचना के अनुसार अंधेरी उपनगर के मरोल स्थित ईएसआईसी कामगार अस्पताल की चौथी मंजिल स्थित ऑपरेशन थिएटर के सामने आग भड़की और देखते ही देखते पूरी चौथी मंजिल पर फैल गई। यह भूतल सहित छह मंजिल का अस्पताल है। आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियां एवं आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों में अफरातफरी का माहौल था।
4 बजे से 7 बजे तक अस्पताल में होती है भीड़
अस्पताल में उस समय भीड़ इसलिए भी ज्यादा थी, क्योंकि शाम को चार से सात के बीच ही भर्ती मरीजों से मिलने का समय होता है। आग से बचने के लिए कुछ लोग चौथी व पांचवीं मंजिल की खिड़की पर लटके देखे गए। उन्हें ट्रॉली एवं सीढ़ी की मदद से नीचे उतारा गया। कुछ लोगों ने हड़बड़ी में चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जिसके चलते कुछ लोगों को फ्रैक्चर हो गया।
अस्पताल में उस समय भीड़ इसलिए भी ज्यादा थी, क्योंकि शाम को चार से सात के बीच ही भर्ती मरीजों से मिलने का समय होता है। आग से बचने के लिए कुछ लोग चौथी व पांचवीं मंजिल की खिड़की पर लटके देखे गए। उन्हें ट्रॉली एवं सीढ़ी की मदद से नीचे उतारा गया। कुछ लोगों ने हड़बड़ी में चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जिसके चलते कुछ लोगों को फ्रैक्चर हो गया।
15 दिन पहले ही फायर ऑडिट में फेल हुआ था अस्पताल
मुंबई के महापौर वी. महादेश्वर के अनुसार अस्पताल के फायर ऑडिट की जिम्मेदारी महाराष्ट्र उद्योग विकास निगम (एमआईडीसी) की थी। उन्होंने फायर ऑडिट किया था या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। जबकि एमआईडीसी के एक अग्निशमन अधिकारी का कहना है कि अस्पताल का फायर ऑडिट 15 दिन पहले ही हुआ था, जिसमें वह फेल हो गया था। अस्पताल के स्प्रिंकल्स और आग की सूचना देनेवाले सेंसर ठीक से काम नहीं कर रहे थे। अब तक 8 लोगों की जान गई
आपदा प्रबंधन टीम के अनुसार अब तक छह लोगों को जान गंवानी पड़ी है और करीब 100 लोग जख्मी हुए हैं। जख्मी हुए 19 लोगों को कूपर अस्पताल में, 39 को बालासाहब ठाकरे अस्पताल में, 40 को होली फैमिली स्पिरिट अस्पताल में, 44 को सेवन हिल्स अस्पताल में, तीन को हीरानंदानी अस्पताल में और दो को सिद्धार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुंबई के महापौर वी. महादेश्वर के अनुसार अस्पताल के फायर ऑडिट की जिम्मेदारी महाराष्ट्र उद्योग विकास निगम (एमआईडीसी) की थी। उन्होंने फायर ऑडिट किया था या नहीं, इसकी जांच की जाएगी। जबकि एमआईडीसी के एक अग्निशमन अधिकारी का कहना है कि अस्पताल का फायर ऑडिट 15 दिन पहले ही हुआ था, जिसमें वह फेल हो गया था। अस्पताल के स्प्रिंकल्स और आग की सूचना देनेवाले सेंसर ठीक से काम नहीं कर रहे थे। अब तक 8 लोगों की जान गई
आपदा प्रबंधन टीम के अनुसार अब तक छह लोगों को जान गंवानी पड़ी है और करीब 100 लोग जख्मी हुए हैं। जख्मी हुए 19 लोगों को कूपर अस्पताल में, 39 को बालासाहब ठाकरे अस्पताल में, 40 को होली फैमिली स्पिरिट अस्पताल में, 44 को सेवन हिल्स अस्पताल में, तीन को हीरानंदानी अस्पताल में और दो को सिद्धार्थ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।