PHOTOS: इन राज्यों में बाढ़ ने किया बुरा हाल, इंसानों के साथ चिड़ियाघर में बंद जानवर भी परेशान
Floods in India बाढ़ के कारण जहां लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर चिड़ियाघरों में जानवर भी इसके शिकार हो रहे हैं।
By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Thu, 16 Jul 2020 01:42 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। देश के कुछ राज्यों में बाढ़ की वजह से बुरा हाल है। बाढ़ के कारण जहां लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर चिड़ियाघरों में जानवर भी इसके शिकार हो रहे हैं। पानी की वजह से जानवरों की भी मौत हो रही है। यूपी, असम, बिहार और पंजाब में बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त है। तस्वीरों में देखिए इन राज्यों में बाढ़ की वजह से खराब हालात के नजारे....
असम के काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क की तरफ से कहा गया कि बाढ़ के कारण 80 फीसद से ज्यादा पार्क का हिस्सा पानी में डूब गया है। पी शिवकुमार, निदेशक ने कहा, 'अब तक, 66 जानवरों की मौत हो चुकी है और 170 जानवरों को अब तक बचाया गया है।'
बता दें कि देश पहले ही कोरोना संकट से जूझ रहा है। ऐसे वक्त में असम में आई बाढ़ ने राज्य की दिक्कतों को और बढ़ा दिया है। असम में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है।
असम: डिब्रूगढ़ के मोहना घाट क्षेत्र के गांवों में लगातार बारिश के बाद ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर बढ़ने और रिंग बांध टूटने के बाद बाढ़ आ गई है।
यूपी के गोरखपुर की दो प्रमुख नदियां राप्ती व रोहिन इस समय खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। इस कारण गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहरा गया है।उत्तर प्रदेश के देवरिया जिला में सरयू नदी के साथ गोर्रा भी लाल निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। जिससे बरहज व रुद्रपुर तहसील क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बढ़ने लगा है। नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से तटवर्ती गावों के लोगों की नींद उड़ गई है।
झारखंड के साहिबगंज जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। गंगा नदी खतरे के निशान से मात्र 92 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।उत्तर बिहार की नदियों के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी है। नदियों के जल ग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश से बिहार में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। नौ नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं तो गंगा में भी पानी बढ़ रहा है।
गंगा की एक और सहायक नदी घाघरा सिवान में मात्र 19 सेमी ऊपर रह गई है। गंगा का पानी धीरे-धीरे चढ़ रहा है। हालांकि, अभी सभी जगहों पर यह खतरे के निशान से नीचे बह रही है।मुजफ्फरपुर में नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी कई इलाकों में बाढ़ का खतरा। पीडि़तों के समक्ष भोजन और शौचालय की गंभीर समस्या।