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उत्तराखंड में पहली बार- इस मंदिर में महिलाओं को बनाया गया पुजारी, कमेटी ने लिया ऐतिहासिक फैसला

Uttarakhand News - उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के चंडाक स्थित सिकड़ानी गांव के योगेश्वर श्रीकृष्ण मंदिर में पहली बार दो महिला पुजारियों की नियुक्ति की गई है। मुख्य और सहायक महिला पुजारियों का पुष्प वर्षा के साथ जोरदार स्वागत किया गया।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 29 Oct 2023 09:03 PM (IST)
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उत्तराखंड में पहली बार- इस मंदिर में महिलाओं को बनाया गया पुजारी, कमेटी ने लिया ऐतिहासिक फैसला
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के चंडाक स्थित सिकड़ानी गांव के योगेश्वर श्रीकृष्ण मंदिर में पहली बार दो महिला पुजारियों की नियुक्ति की गई है। मुख्य और सहायक महिला पुजारियों का पुष्प वर्षा के साथ जोरदार स्वागत किया गया।

मंदिर कमेटी के अध्यक्ष आचार्य डॉ. पीतांबर अवस्थी ने विधि-विधान से मंजुला अवस्थी को मुख्य पुजारी व सुमन बिष्ट को सहायक पुजारी का दायित्व सौंपा। 

सनातन परंपराओं को महिलाओं ने बनाया जीवंत

मंदिर कमेटी का मानना है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए अधिक व्रत-उपवास रखती हैं। फिर भी उन्हें पुजारी की जिम्मेदारी नहीं दी जाती। हमारी सनातन परंपराओं को महिलाएं जीवंत बनाए हुए हैं। 

इन्होंने कहा…

डाॅ. अवस्थी ने कहा कि रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए महिला सशक्तिकरण के प्रयास आगे भी करते रहेंगे। मंदिर में सभी धर्मावलंबियों के प्रवेश की अनुमति है। 

युवा साहित्यकार और शिक्षक नीरज चंद्र जोशी ने बताया कि पहली बार किसी मंदिर के पुजारी के रूप में महिलाओं को नियुक्त करके मंदिर कमेटी ने नारी सशक्तिकरण की मिसाल कायम की है। भजन-कीर्तन के बाद पुजारी मंजुला अवस्थी व सुमन बिष्ट को मंदिर कमेटी की ओर से सम्मानित भी किया गया।

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