'कौन आ रहा, कौन नहीं आ रहा है...' पुतिन और जिनपिंग के जी20 में शामिल न होने पर विदेश मंत्री ने दिया बड़ा बयान
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेने पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है इतिहास में झांके तो जी20 सम्मेलन में अलग-अलग समय पर कुछ राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री ने किसी भी वजह से स्वयं न आने का निर्णय लिया है। हर कोई बहुत गंभीरता के साथ इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाला है।
पुतिन और जिनपिंग के न आने पर क्यो बोले विदेश मंत्री
एस जयशंकर ने आगे कहा कि यह फर्क नहीं पड़ता है कौन देश इस सम्मेलन में किसे भेजता है ये मायने नहीं रखता है बल्कि मायने ये रखता है कि उस देश का क्या रुख है। हमें इंतजार करना चाहिए और देखना चाहिए कि बातचीत में वास्तव में क्या होता है।विदेश मंत्री ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि हर कोई (देश) बहुत गंभीरता के साथ इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाला है। इस सम्मेलन में कौन आ रहा है और कौन नहीं आ रहा है मुद्दा नहीं है।
दिल्ली के बाहर हुए बैठकों पर क्या बोले विदेश मंत्री?
#WATCH | On the upcoming G20 Summit becoming a people's movement, EAM Dr S Jaishankar says "...It is a mindset of the Prime Minister, it's a mindset of the BJP, it's a mindset of the government and the mindset is a more democratic mindset, a mindset where you feel it should not… pic.twitter.com/bQgc9mduLq
— ANI (@ANI) September 6, 2023
एस जयशंकर ने विपक्ष पर साधा निशाना
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि पूरे देश में जी20 की भागीदारी और स्वामित्व की भावना हो। जी20 एक ऐसी चीज है जिसे एक राष्ट्रीय प्रयास के रूप में माना जाना चाहिए, जिसमें भारत के विभिन्न हिस्सों में भागीदारी की भावना होनी चाहिए।उन्होंने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग 1983 के समय में ही अटके हुए हैं। जो लोग उस दौर में अटके हुए हैं वो उसी दौर में अटके रहे सकते हैं। मौजूदा सरकार लोकतांत्रित मानसिकता पर काम करती है।एस जयशंकर ने आगे कहा,"यदि आप G20 आयोजनों को देखें। इसका अधिकांश आयोजन उन राज्यों में किया गया जहां भाजपा सरकारों का शासन नहीं है।''