वियतनाम और सिंगापुर की छह दिवसीय यात्रा पर आज रवाना होंगे विदेश मंत्री जयशंकर, द्विपक्षीय सहयोग पर करेंगे वार्ता
विदेश मंत्री एस. जयशंकर विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए रविवार से वियतनाम और सिंगापुर की छह दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान विदेश मंत्री द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। एस जयशंकर 15 से 18 तक वियतनाम का दौरा करेंगे। इसके बाद विदेश मंत्री 19 से 20 अक्टूबर तक सिंगापुर की यात्रा करेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sun, 15 Oct 2023 07:03 AM (IST)
पीटीआई, नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए रविवार से वियतनाम और सिंगापुर की छह दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे। इस दौरान, विदेश मंत्री द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे।
वियतनाम और सिंगापुर का करेंगे दौरा
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पहले चरण में जयशंकर विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा और सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए 15 से 18 तक वियतनाम का दौरा करेंगे। इसके बाद विदेश मंत्री 19 से 20 अक्टूबर तक सिंगापुर की यात्रा करेंगे।
द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर होगी चर्चा
दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार पर चिंताओं के बीच बढ़ती द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी के प्रति¨बब के रूप में भारत ने वियतनाम के सशस्त्र बलों को मिसाइल कार्वेट आइएनएस किरपाण उपहार में दिया था। भारत ने पहली बार दूसरे मित्र देश को कार्वेट सौंपा है। इसके तीन महीने से भी कम समय बाद जयशंकर दक्षिणपूर्व एशियाई देश की यात्रा करने जा रहे हैं।यह भी पढ़ेंः Ind-SL Ferry Service: भारत-श्रीलंका नौका सेवा का शुभारंभ वास्तव में बड़ा कदम, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा
भारत-वियतनाम संयुक्त आयोग की 18वीं बैठक
विदेश मंत्री जयशंकर अपने वियतनामी समकक्ष बुई थान सोन के साथ आर्थिक, व्यापार और विज्ञान एवं तकनीकी सहयोग पर भारत-वियतनाम संयुक्त आयोग की 18वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। भारतीय समुदाय से मुलाकात करने के अलावा वह हो ची मिन्ह सिटी में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण करेंगे।साथ ही सिंगापुर में जयशंकर अपने समकक्ष और वहां के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकत करेंगे। विदेश मंत्री भारतीय मिशन प्रमुखों के क्षेत्रीय सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे। यह भी पढ़ेंः श्रीलंका-भारत नौका सेवा से व्यापार और संस्कृति विकसित करने में मदद मिलेगी, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा