Chandrayaan-3: क्या लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के जागने की है उम्मीद? ISRO के पूर्व चीफ ने दिया बड़ा अपडेट
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण कुमार ने भारत के तीसरे चंद्र मिशन के संभावित अंत का संकेत देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के सक्रिय होने की अब कोई उम्मीद नहीं है। किरण कुमार जो चंद्रयान मिशन से सक्रियता से जुड़े रहे हैं ने शुक्रवार को कहा अब लैंडर और रोवर के जगने की कोई उम्मीद नहीं है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 06 Oct 2023 10:46 PM (IST)
पीटीआई, बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण कुमार ने भारत के तीसरे चंद्र मिशन के संभावित अंत का संकेत देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के सक्रिय होने की अब कोई उम्मीद नहीं है।
लैंडर और रोवर के जागने की कोई उम्मीद नहीं
किरण कुमार जो चंद्रयान मिशन से सक्रियता से जुड़े रहे हैं ने शुक्रवार को कहा, अब लैंडर और रोवर के जगने की कोई उम्मीद नहीं है। अगर लैंडर रोवर को सक्रिय होना होता तो अब तक हो गए होते।
चंद्रयान -3 मिशन की उपलब्धि पर किरण कुमार ने कहा,
निश्चित रूप से इससे बहुत लाभ होगा। एक ऐसे क्षेत्र (दक्षिणी ध्रुव) पर पहुंच गए हैं, जहां कोई भी दूसरा देश नहीं पहुंच सका है। उस क्षेत्र का डाटा प्राप्त किया। वास्तव में बहुत उपयोगी जानकारी है। उन्होंने इसरो द्वारा चंद्रमा पर सैंपल-वापसी मिशन शुरू करने की संभावना के बारे में भी बात की, लेकिन इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई।
लैंडर और रोवर को जगाने की हुई थी कोशिश
इससे पहले इसरो ने कहा था कि 22 सितंबर को चंद्रमा पर सूर्योदय होने के साथ ही उसने लैंडर और रोवर के साथ संचार स्थापित करने, उन्हें स्लीप मोड से जगाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।यह भी पढ़ेंः Chandrayaan-3 और Aditya-L1 की सफलता के लिए आज दिल्ली में सम्मानित होंगे इसरो के वैज्ञानिक
गौरतलब है कि भारत ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया था। भारत के अलावा अमेरिका, सोवियत संघ (रूस) और चीन ने ही चंद्रमा की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं, लेकिन भारत को छोड़कर कोई भी चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग नहीं कर सका है।