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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजस्थान के पूर्व संयुक्त निदेशक गिरफ्तार, छापेमारी में बरामद हुए थे 2.31 करोड़ रुपये

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजस्थान के पूर्व संयुक्त निदेशक को गिरफ्तार किया है। वेद प्रकाश यादव को बीते 9 अगस्त को राजस्थान के जयपुर और यूपी के आजमगढ़ में उनके परिसरों पर एजेंसी द्वारा छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि ईडी की छापेमारी के दौरान 2.31 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 14 Aug 2023 03:09 PM (IST)
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजस्थान के पूर्व संयुक्त निदेशक गिरफ्तार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजस्थान के पूर्व संयुक्त निदेशक को गिरफ्तार किया है। वेद प्रकाश यादव को बीते 9 अगस्त को राजस्थान के जयपुर और यूपी के आजमगढ़ में उनके परिसरों पर एजेंसी द्वारा छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया है।

पूर्व संयुक्त निदेशक को ED ने किया गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कहा कि राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक को आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उन्हें जयपुर में धन शोधन रोकथाम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था।

एसीबी की एक एफआईआर में था वेद प्रकाश का नाम

ईडी ने वेद प्रकाश यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक एफआईआर में सामने आया है, जब वह राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के संयुक्त निदेशक के तौर पर नियुक्त थे।

2.31 करोड़ रुपये की नकदी हुई थी बरामद

एसीबी की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की यूआईडी शाखा में फाइल स्कैनिंग कार्य के दौरान एक अलमारी से दो बैग मिले थे। इस बैग में 500 और 2000 रुपये के मूल्य के 2.31 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी। इसके अलावा 61.80 रुपये मूल्य की एक किलोग्राम सोने की ईंट मिली थी।

ईडी ने छापेमारी के दौरान जब्त किए थे कई अहम दस्तावेज

ईडी ने कहा कि एसीबी ने बाद में 31-मार्च-1994 से 21-मई-2023 की अवधि के दौरान 3.35 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के लिए वेद प्रकाश यादव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। ईडी ने कहा कि उन्होंने वेद प्रकाश के परिसरों पर छापेमारी की। इस दौरान संपत्तियों की बिक्री के दस्तावेज, आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए थे।