केरल के पूर्व वित्त मंत्री थामस इसाक ने अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को किया खारिज, बताया निराधार
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व वित्त मंत्री थामस इसाक (Thomas Issac) ने रविवार को सोने की तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 23 Oct 2022 06:08 PM (IST)
चेन्नई, आइएएनएस। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता और केरल के पूर्व वित्त मंत्री थामस इसाक (Thomas Issac) ने रविवार को सोने की तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh) द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह आरोप भाजपा की करतूत थी और इस मामले में स्वप्ना सुरेश भाजपा के इशारे पर काम कर रही थीं।
यौन उत्पीड़न के लगे थे आरोप
स्वप्ना सुरेश ने हाल ही में प्रकाशित अपनी आत्मकथा Chathiyde Padmavyuham में दावा किया है कि CPI-M के तीन वरिष्ठ नेताओं इस्साक, कड़कम्पल्ली सुरेंद्रन और पी श्रीरामकृष्णन ने उनके खिलाफ भद्दी टिप्पणियां की थी और उन्हें होटल के कमरों और अपने आवासों में भी आमंत्रित किया था।
कानूनी लड़ाई पर पार्टी करेगी फैसला
इसाक ने कहा कि वह इस तरह के किसी भी प्रकार के मामले से जुड़े हुए नहीं थे। उन्होंने आगे कहा कि मुन्नार जैसे पर्यटक रिसार्ट में एक महिला को आमंत्रित करने वाला आरोप पूरी तरह से निराधार है। उनके ऊपर लगे आरोपों के संबंध में कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के संबंध में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कानूनी कार्रवाई के बारे में पार्टी फैसला करेगी।मामले पर इसाक को रखना पड़ा अपना पक्ष
मालूम हो कि स्वप्ना सुरेश की आत्मकथा सामने आने के बाद इस मामले पर चुप्पी साधे हुए CPI-M नेता को जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा। मालूम हो कि माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने हाल ही में एक प्रेस कांफ्रेंस की थी उसी दौरान इस मामले पर उनसे कई सवाल पूछे गए। इस मामले को माकपा लगातार नजर अंदाज कर रही थी लेकिन मामले पर मीडिया के ध्यान आकर्षित होने के कारण इसाक को अपने ऊपर लगे आरोपों पर अपना पक्ष रखना पड़ा।
हालांकि पूर्व बिजली और पर्यटन मंत्री सुरेंद्रन ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि वह इस मामले में किसी भी तरह से शामिल नहीं थे, जबकि श्रीरामकृष्णन ने इस मामले पर कोई जवाब नहीं दिया है।