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G-20 में सहमति बनाने में पूरी मदद करेगा फ्रांस, हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को भी दिया जाएगा विस्तार

भारत में फ्रांस के राजदूत एमानुएल लीनैन ने यहां संवददाताओं को दी। वह पीएम मोदी की हाल ही में संपन्न फ्रांस यात्रा की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि भारतीय प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच वार्ता के बाद द्विपक्षीय रिश्तों के संदर्भ में अगले 25 वर्षों का जो एजेंडा तय किया गया है उसके सिर्फ द्विपक्षीय रिश्तों पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर असर होगा।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Wed, 19 Jul 2023 12:15 AM (IST)
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लीनैन ने बताया कि फ्रांस भारत का सबसे पुराना रणनीतिक साझेदार है-
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत की अध्यक्षता में होने वाली जी-20 देशों की शिखर सम्मेलन को पूरी तरह से सफल बनाने में पूरी मदद कर रहा है और आगे भी करता रहेगा। खास तौर पर सितंबर, 2023 में होने वाली शिखर सम्मेलन में आम समहति से एक साझा घोषणा पत्र जारी करने में भी भारत की कोशिशों में मदद करेगा।

क्या कहा भारत में फ्रांस के राजदूत एमानुएल लीनैन ने ?

यह जानकारी भारत में फ्रांस के राजदूत एमानुएल लीनैन ने यहां संवददाताओं को दी। वह पीएम मोदी की हाल ही में संपन्न फ्रांस यात्रा की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि भारतीय प्रधानमंत्री और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच वार्ता के बाद द्विपक्षीय रिश्तों के संदर्भ में अगले 25 वर्षों का जो एजेंडा तय किया गया है उसके सिर्फ द्विपक्षीय रिश्तों पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर असर होगा।

हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को कई स्तर पर विस्तार दिया जाएगा

लीनैन ने बताया कि फ्रांस भारत का सबसे पुराना रणनीतिक साझेदार है और फ्रांस की राजनीति में यह आम सहमति है कि इस साझेदारी को और ज्यादा मजबूत किया जाना चाहिए। यह बात पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा में सामने भी आई। रक्षा सहयोग को मजबूत करने के साथ ही अब दोनो देश अंतरिक्ष, नई प्रौद्योगिकी जैसे नये क्षेत्रों के साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रिश्तों का विस्तार करेंगे। हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को कई स्तर पर विस्तार दिया जाएगा। इस क्षेत्र के दूसरे देशों के साथ भारत और फ्रांस साझा कार्यक्रम चलाएंगे।