Friendship Day 2024: अटल-आडवाणी, मोदी-शाह से केजरीवाल-सिसोदिया तक, राजनीतिक जगत में ये दोस्ती बनीं मिसाल
Friendship Day 2024 राजनीति में वैसे तो कहा जाता है कि न कोई स्थाई दोस्त है और न ही दुश्मन लेकिन कुछ नेता ऐसे भी रहे जिनकी दोस्ती के किस्से आज तक मशहूर हैं। फ्रेंडशिप डे (Happy Friendship Day 2024) के दिन हम आपको राजनीतिक जगत में कुछ ऐसे ही मित्रता के किस्से बताने जा रहे हैं जो हमेशा चर्चा में रहे।
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Friendship Day 2024 भारत समेत दुनिया के कई देशों में आज फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है। मुश्किल के समय काम आने वाले इंसान को ही सच्चा दोस्त कहा जाता है। ऐसी ही सच्ची दोस्ती राजनीति में भी कई बार देखने को मिली है।
वैसे तो राजनीति में कहा जाता है कि न कोई स्थाई दोस्त है न दुश्मन, लेकिन कुछ नेता ऐसे भी रहे जिनकी दोस्ती के किस्से काफी मशहूर रहे। आज फ्रेंडशिप डे (Happy Friendship Day 2024) के दिन हम आपको ऐसे ही कुछ दोस्तों के किस्से बताने जा रहे हैं, जिनकी दोस्ती की कहानियां राजनीतिक जगत में भी खूब हिट रहीं।
दशकों पुरानी है मोदी-शाह की दोस्ती
पीएम मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह की दोस्ती के किस्से तो सभी ने सुने होंगे, लेकिन इसके इतिहास से हर कोई वाकिफ नहीं है। मोदी और शाह की दोस्ती (Friendship Day wishes) दशकों पुरानी है और भारतीय राजनीति में सबसे मजबूत भी गिनी जाती है। मोदी-शाह का रिश्ता 1980 के दशक से है। दोनों में दोस्ती तब से है, जब मोदी गुजरात के सीएम भी नहीं थे। दोनों दोस्त एक आरएसएस मीटिंग में मिले थे। तब मोदी आरएसएस प्रचारक थे और शाह आरएसएस के एक साधारण स्वयंसेवक।
शाह ने एक बयान में बताया था कि आरएसएस की शाखाओं में कई लोग ऐसे ही मिल जाते हैं, लेकिन उनसे गहरी दोस्ती हो जाती है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने शाह और मोदी की दोस्ती को 'एक ही पंख के पक्षी' बताया था।