FYUGP: चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रम तैयार, अगले सत्र से विद्यार्थी ले सकेंगे दाखिला
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू होने वाले चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूजीपी) की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया है। आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी विश्वविद्यालयों के नए छात्र इसके तहत दाखिला ले सकेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Mon, 21 Nov 2022 06:32 AM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में लागू होने वाले चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूजीपी) की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया है। आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से सभी विश्वविद्यालयों के नए छात्र चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों (बीए, बीकाम, बीएससी) आदि में दाखिला ले सकेंगे।
क्या कहता है नियम
यूजीसी के मुताबिक, अगले हफ्ते चार साल के अंडरग्रेजुएट कोर्स के इन नियमों को देशभर के सभी विश्वविद्यालयों के साथ साझा किया जाएगा। एफवाईयूजीपी को अगले शैक्षणिक सत्र से सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा अधिकांश राज्यों और निजी विश्वविद्यालयों में भी लागू किया जाएगा। इसके अलावा, कई डीम्ड विश्वविद्यालय भी कार्यक्रम को लागू करने के लिए सहमति देने जा रहे हैं।
आगामी सत्र से विद्यार्थियों के पास होगा विकल्प
बता दें कि वर्ष 2023-24 से जहां सभी नए छात्रों के पास चार साल के स्नातक पाठ्यक्रमों को चुनने का विकल्प होगा। वहीं, पुराने छात्रों को भी एफवाईयूजीपी के लिए यूजीसी से मंजूरी मिलने की संभावना है। इसका मतलब यह है कि जिन छात्रों ने इस वर्ष सामान्य तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया है, उन्हें भी अगले सत्र से चार वर्षीय डिग्री कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिल सकता है।छात्र अपनी इच्छा से ले सकेंगे एडमिशन
यूजीसी के अनुसार चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठयक्रम वैसे तो सभी छात्रों के लिए हैं लेकिन छात्रों के पास विकल्प रहेगा कि यदि वे इसमें दाखिला न लेना चाहें तो सामान्य तीन वर्षीय अंडरग्रेजुएट पाठयक्रम में दाखिला ले सकते हैं। यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार के अनुसार चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों की पूरी योजना जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी। यूजीसी के अध्यक्ष ने कहा है कि विश्वविद्यालयों में पहले से नामांकित छात्रों को भी चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। ऐसे छात्र जो प्रथम या द्वितीय वर्ष में हैं, यदि वे चाहें तो वे भी चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।
ये भी पढ़ें: डीएम आदर्श पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने कराटे चैंपियनशिप में जीते 15 मेडल