दिल्ली में हुई G-20 विदेश मंत्रियों की बैठक की शुरुआत, PM मोदी बोले-फेल है ग्लोबल गर्वनेंस व्यवस्था
दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 देशों के संगठन जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक सुबह 9.20 मिनट पर राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र में शुरु हुई। पीएम के संदेश के साथ बैठक आंरभ हुई थी। पीएम ने इस दौरान कहा कि वैश्विक गवर्नेंस की व्यवस्था असफल हो चुकी है। (फोटो-एएनआई)
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Thu, 02 Mar 2023 10:44 AM (IST)
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 देशों के संगठन जी-20 के विदेश मंत्रियों की बैठक गुरुवार को सुबह 9.20 मिनट पर राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केंद्र (आरबीसीसी) में शुरु हुई। बैठक की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य मंत्रियों ने हाल ही में तुर्कीये व सीरिया में आए भयंकर भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए एक मिनट का मौन धारण किया। इसके बाद पीएम नरेन्द्र मोदी के संदेश के साथ बैठक की आधिकारिक शुरुआत हुई।
फेल है ग्लोबल गर्वनेंस व्यवस्था- पीएम
अपने संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वैश्विक गवर्नेंस की जो व्यवस्था बनाई गई थी वह असफल हो चुकी है। खास तौर पर पिछले दो वर्षों के दौरान दुनिया में महामारी, आतंकवाद, प्राकृतिक आपदा और युद्ध का जो अनुभव हुआ है उससे भी यह साफ हो रहा है। वैश्विक गर्वनेंस की असफलता का सबसे ज्यादा असर विकासशील देशों को उठाना पड़ रहा है। पीएम मोदी ने विकासशील देशों पर बढ़ते कर्ज की स्थिति के मुद्दे को भी उठाया। साथ ही उन्होंने खाद्य व ऊर्जा को लेकर बढ़ रही चुनौतियों को भी गिनाया।
चुनौतियों से लड़ने के लिए उठाने होंगे सख्त कदम
पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि महात्मा गांधी और गौतम बुद्ध की धरती से प्रेरणा ले कर जी-20 के सदस्य देशों के विदेश मंत्री विश्व के समक्ष मौजूदा चुनौतियों के समाधान को लेकर गंभीर प्रयास करेंगे। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हाल में आए प्राकृतिक आपदाओं से हजारों लोगों की जानें गई हैं। साथ ही सदी की सबसे बड़ी महामारी को अभी झेला गया है। इसके साथ साथ वैश्विक आपूर्ति भी पूरी तरह से बिगड़ गई है। उन्होंने कहा कि यह स्थितियां बताती है कि हमें हमारे समाज में, अर्थव्यवस्था में और ढांचागत क्षेत्र में सुधार के लिए ज्यादा मजबूती से कदम उठाना होगा।G-20 के सभी देश मिलकर करेंगे कार्य- पीएम
पीएम ने अपने संबोधन में यह कहा कि जी-20 देशों को अहम भूमिका निभानी होगी। पीएम मोदी ने यह भी भरोसा जताया कि जी-20 संगठन के देश आपसी मतभेद को भुला कर महत्वाकांक्षी और बेहतर नतीजे को ध्यान में रख कर कदम उठाना होगा। पीएम मोदी ने अंत में कहा कि हमें जो मुद्दे आपसी में संगठित करते हैं उस पर ध्यान देना होगा नहीं कि उन मुद्दों पर जो विभेद पैदा करते हैं।