G-20 Summit: भारत मंडपम में मेहमानों को मिलेंगी कई सुविधाएं, स्वास्थ्य इमरजेंसी के लिए बनेगा ICU
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों की किसी भी स्वास्थ्य इमरजेंसी से निपटने के लिए भारत मंडपम में ही एक छोटा आइसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) तैयार किया जा रहा है। साथ ही सम्मेलन के दौरान 50 एंबुलेंस मेडिकल स्टाफ के साथ 24 घंटे तैयार रहेंगे। सम्मेलन में शामिल होने आए प्रतिनिधि जिन होटलों में ठहरेंगे उनके बाहर भी एंबुलेंस को तैनात किया जाएगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों की किसी भी स्वास्थ्य इमरजेंसी से निपटने के लिए भारत मंडपम में ही एक छोटा आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) तैयार किया जा रहा है। साथ ही सम्मेलन के दौरान 50 एंबुलेंस मेडिकल स्टाफ के साथ 24 घंटे तैयार रहेंगे।
प्रतिनिधियों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था
सम्मेलन में शामिल होने आए प्रतिनिधि जिन होटलों में ठहरेंगे, उनके बाहर भी एंबुलेंस को तैनात किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया मंगलवार को भारत मंडपम का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दुनिया के 40 से अधिक देशों के शासनाध्यक्षों की मौजूदगी को देखते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र की किसी भी इमरजेंसी स्थिति से निपटने के लिए व्यापक प्लान तैयार किया गया है।
भारत मंडपम में बनेगा आईसीयू
इसके तहत प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आईसीयू बनाने से लेकर एम्स और आरएमएल अस्पताल में पर्याप्त बिस्तरों को खाली रखा जाएगा, ताकि इलाज की जरूरत होने पर किसी भी प्रतिनिधि को तत्काल दाखिल कराया जा सके।
सीनियर डॉक्टरों की होगी मौजूदगी
इस दौरान प्रशिक्षित सीनियर डॉक्टरों की मौजूदगी भी सुनिश्चित की जा रही है और अन्य जरूरी सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को मनसुख मांडविया तैयारियों की समीक्षा के बाद इसमें और इजाफा करने का फैसला हो सकता है।
डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द
बता दें कि सम्मेलन के दौरान सफदरजंग और आरएमएल अस्पताल में डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई है। आरएमएल अस्पताल में सात से 10 सितंबर के बीच डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं।
सफदरजंग अस्पताल में आठ से 10 सितंबर के बीच सभी छुट्टियां रद कर दी गई हैं। इस दौरान सभी डाक्टर व पैरामेडिकल कर्मचारी ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे। आरएमएल अस्पताल प्रशासन के अनुसार सभी विभागों की ओपीडी में एक कमरा आरक्षित रहेगा। जहां जरूरतमंद विदेशी मेहमानों के इलाज की सुविधा रहेगी।