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पी-20 शिखर सम्मेलन में जी-20 देशों ने AI पर जताई चिंता, जानिए क्या है PM मोदी का मिशन लाइफ

दो दिवसीय पी-20 सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ। यहां नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन की सफलता पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रसन्नता जताते हुए कुछ बिंदु भी साझा किए। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि सम्मेलन में 29 देशों की भागीदारी रही। 48 स्पीकर और डिप्टी स्पीकर सीनेट के सदस्य और 49 सांसदों सहित कुल 436 सदस्यों ने इसमें भाग लिया।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sun, 15 Oct 2023 09:51 PM (IST)
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पी-20 शिखर सम्मेलन में जी-20 देशों ने AI पर जताई चिंता (Image: Agency)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जी-20 देशों के संसद के अध्यक्षों के सम्मेलन में सभी सदस्य मानव अधिकारों के प्रति संवेदनशील नजर आए। वैश्विक स्तर पर कामकाज में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के बढ़ते प्रयोग पर चिंता जताई गई।

वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन लाइफ की भी गंभीर चर्चा हुई। साथ ही सभी सदस्य देशों ने एक-दूसरे से बेहतर कार्यों को साझा करने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई है।

पी-20 सम्मेलन का हुआ समापन

दो दिवसीय पी-20 सम्मेलन का समापन शनिवार को हुआ। यहां नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन की सफलता पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रसन्नता जताते हुए कुछ बिंदु भी साझा किए। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि सम्मेलन में 29 देशों की भागीदारी रही। 48 स्पीकर और डिप्टी स्पीकर, सीनेट के सदस्य और 49 सांसदों सहित कुल 436 सदस्यों ने इसमें भाग लिया।

सम्मेलन में हुई AI को लेकर चर्चा

यह नौवां पी-20 सम्मेलन था, जिसमें मुख्यत: हरित ऊर्जा, महिलाओं के नेतृत्व में विकास और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के विषयों पर चार सत्र आयोजित किया गया। लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि सम्मेलन में एआइ को लेकर भी गंभीर चर्चा हुई। एआइ के बढ़ते प्रयोग पर सभी देशों ने चिंता जताते हुए मत रखा कि एआइ का उपयोग विकास के लिए ठीक है, लेकिन इसका सुरक्षित, विश्वनीय और उत्तरदायित्वपूर्ण इस्तेमाल बेहद आवश्यक है।

प्रधानमंत्री मोदी के मिशन लाइफ पर हुई चर्चा

सदस्यों का विचार था कि एआइ का बढ़ता दखल कहीं न कहीं मानव अधिकारों के लिए चुनौती बढ़ाने वाला है, इसलिए इसके प्रति भी संवेदनशीलता के साथ विचार करना होगा। इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान ओम बिरला ने सदस्य देशों को एक साथ मिलकर संसदीय कामकाज के सुचारू संचालन पर एक समूह बनाने का सुझाव दिया।

एक-दूसरे से बेहतर कार्यों को साझा करने के प्रति सभी सदस्य एकराय थे। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी के मिशन लाइफ पर चर्चा करते हुए सभी ने पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया। साथ ही बताया कि वह अपने यहां इस दिशा में क्या-क्या बेहतर कार्य कर रहे हैं।

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