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वैश्विक जीडीपी का 80 प्रतिशत है जी-20 देशों के पास, दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी भी रहती है इन्हीं देशों में

G20 Summit जी-20 की अध्यक्षता से आधिकारिक रूप से कोई अतिरिक्त शक्ति नहीं मिलती है लेकिन संबंधित देश जी-20 के एजेंडे पर प्रभाव डाल सकता है। भारत भी जी-20 के एजेंड में कुछ ऐसे विषय समाहित करा सकता है। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Dhyanendra Singh ChauhanUpdated: Thu, 17 Nov 2022 11:29 AM (IST)
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जी-20 की कमान भारत के हाथ में आई
नई दिल्‍ली, [जागरण स्पेशल]। जी-20 की कमान भारत के हाथ में आ गई है। अगले एक साल तक यह जिम्मेदारी भारत के पास रहेगी। वैश्विक जीडीपी का 80 प्रतिशत इन 20 देशों में सिमटा है। दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी भी इन्हीं देशों में रहती है। आर्थिक और जनसंख्या के आधार पर इन देशों का विस्तार इस समूह की प्रासंगिकता को समझने के लिए काफी है। वैश्विक नीतियों के निर्धारण में यह समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम है।

  • जी-20 की अध्यक्षता से आधिकारिक रूप से कोई अतिरिक्त शक्ति नहीं मिलती है, लेकिन संबंधित देश जी-20 के एजेंडे पर प्रभाव डाल सकता है। भारत भी जी-20 के एजेंड में कुछ ऐसे विषय समाहित करा सकता है।
  • मानवता के समक्ष मौजूद इस समय की कुछ गंभीर चुनौतियों के समाधान की पुरजोर पैरवी करते हुए यह भारत के समक्ष वैश्विक अगुआ बनने का अवसर है।
  • जी-20 के दो ट्रैक रहते हैं। पहला, फाइनेंस ट्रैक, जो सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नर के नेतृत्व में काम करता है। दूसरा, शेरपा ट्रैक, जिसमें राष्ट्रप्रमुखों के दूत जिम्मेदारी संभालते हैं।
  • इनके अतिरिक्त 10 एंगेजमेंट ग्रुप भी होते हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधों को मजबूती देते हैं।

130 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है जी20

वहीं, पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की अध्यक्षता में होने वाले जी-20 का लोगो जारी किया। पीएम मोदी ने कहा कि यह G20 लोगो सिर्फ एक प्रतीक नहीं है, यह एक संदेश है। एक भावना है जो हमारी रगों में दौड़ रही है। यह एक संकल्प है, जो अब हमारे विचारों में शामिल हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के लिए तैयार है और यह 130 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है।

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दुनिया में संकट और अराजकता के समय में मिली भारत को अध्यक्षता

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता दुनिया में संकट और अराजकता के समय मिली है ... कोई फर्क नहीं पड़ता है, कमल फिर भी खिलता है। साथ ही कहा कि दुनिया एक घातक महामारी से उबर रही है, एक युद्ध और आर्थिक अनिश्चितता का सामना कर रही है।

गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन 15 और 16 नवंबर को इंडोनेशिया के शहर बाली में आयोजित हुआ। इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी समेत कई वैश्विक नेताओं ने हिस्सा लिया।