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G20 Summit: मजबूत, टिकाऊ और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणा पत्र

जी-20 शिखर सम्मेलन में नई दिल्ली घोषणा पत्र को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति बन गई है। इसी बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हमारी अध्यक्षता का संदेश एक धरती एक परिवार एक भविष्य है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में 20 सदस्य देशों नौ आमंत्रित देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने हिस्सा लिया।

By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 05:29 PM (IST)
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विदेश मंत्री एस जयशंकर (बाएं) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (दाएं) (फोटो: एएफपी)
नई दिल्ली, एएनआई। जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में नई दिल्ली घोषणा पत्र को लेकर सदस्य देशों के बीच सहमति बन गई है। इसी बीच जी-20 शेरपा अमिताभ कांत, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को 33 पन्नों के नई दिल्ली जी-20 लीडर्स घोषणा पत्र की जानकारी साझा की।

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क्या कुछ बोले एस. जयशंकर?

जयशंकर ने कहा कि हमारी अध्यक्षता का संदेश 'एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य' है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में 20 सदस्य देशों, नौ आमंत्रित देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा,

हमारे लिए यह संतुष्टि की बात है कि अफ्रीकन यूनियन को आज भारत की अध्यक्षता में जी-20 की स्थायी सदस्यता दी गई।

विदेश मंत्री ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन हमारे लिए हमारी संस्कृति, परंपरा और विरासत को प्रदर्शित करने का एक अवसर था। जी-20 ने भारत को विश्व के लिए तैयार करने और विश्व को भारत के लिए तैयार करने में योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि जी-20 के सदस्य देशों ने नई दिल्ली घोषणा पत्र पर जो सहमति जताई है वह मजबूत, टिकाऊ, संतुलित और समावेशी विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसकी मदद से हम सतत विकास लक्ष्य को हासिल करेंगे।

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'आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा'

जयशंकर ने कहा कि जी-20 के सभी सदस्य देशों ने आंतकवाद के सभी रूपों की निंदा की। साथ ही इसे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरों में से एक माना है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में एलान किया था कि नई दिल्ली जी-20 लीडर्स घोषणा पत्र पर सहमति बन गई है।