G20 Delhi: New India Corridor चीन को जवाब, रूस ने पश्चिमी मीडिया को लताड़ा; पढ़िए विदेशों में जी20 पर क्या छपा
The Washington Post ने लिखा कि जी20 शिखर सम्मेलन में (India-Middle East-Europe Economic Corridor) की घोषणा की जो मध्य पूर्व (Middle East) के जरिए भारत (India) और यूरोप (Europe) को जोड़ेगा। अखबार ने लिखा कि इस महत्वाकांक्षी प्रस्ताव का उद्देश्य एक अस्थिर क्षेत्र को जोड़ना और चीन के BRI का मुकाबला करना है।... समिट को लेखर पश्चिमी मीडिया में नकारात्मक खबरें चलीं। इसका रशिया टीवी ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
शनिवार शाम को नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण (Russia Ukraine War) या उसके क्रूर युद्ध आचरण की निंदा नहीं की गई, बल्कि यूक्रेनी लोगों की 'पीड़ा' पर शोक व्यक्त किया गया।
अखबार ने लिखा किइस महत्वाकांक्षी प्रस्ताव का उद्देश्य एक अस्थिर क्षेत्र को जोड़ना और चीन के BRI का मुकाबला करना है।राष्ट्रपति बाइडेन (Joe Biden) और कई अन्य विश्व नेताओं ने शनिवार दोपहर यहां एक नए रेल और शिपिंग कॉरिडोर योजना (India-Middle East-Europe Economic Corridor) की घोषणा की, जो मध्य पूर्व (Middle East) के जरिए भारत (India) और यूरोप (Europe) को जोड़ेगा।
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स (Global Times) ने अपने लेख 'प्रमुख शक्तियों के बीच बढ़ते मतभेदों के बीच शिखर सम्मेलन आयोजित होने पर प्रधान मंत्री ली ने जी 20 की एकजुटता और सहयोग का आह्वान किया'नाम से प्रकाशित अपने लेख में लिखा-
अखबार ने लिखा कि, चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने शनिवार को 20 देशों के समूह से एकजुटता और सहयोग का पालन करने, आर्थिक विकास को गति देने के लिए व्यापक आर्थिक नीतियों के समन्वय को मजबूत करने का आह्वान किया। अखबार ने अमेरिका (America) पर निशाना साधते हुए लिखा कि, "अमेरिका बहुपक्षीय तंत्र पर नियंत्रण हासिल करने और महान शक्ति प्रतिस्पर्धा की अपनी रणनीति की पूर्ति के लिए इस मंच उपयोग करने की कोशिश कर रहा है।" ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन बीबीसी (BBC) ने भी कमोबेश वही बात कही है जो अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कही। बीबीसी ने अपने आर्टिकल 'जी20 ने यूक्रेन में युद्ध पर अफसोस जताया लेकिन रूस पर आरोप लगाने से परहेज किया' में लिखा-रूस-यूक्रेन संघर्ष, वैश्विक आर्थिक सुधार, खाद्य संकट और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर प्रमुख शक्तियों के बीच बढ़ते मतभेदों के बीच दुनिया की 20 सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के नेता और प्रतिनिधि नई दिल्ली, भारत में एकत्र हुए हैं।
जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ (AU) का स्वागत योग्य समावेश पहला उत्साहजनक संकेत है जो प्रमुख शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के बीच आम सहमति को दर्शाता है, लेकिन एकता की कमी और संयुक्त घोषणा तक पहुंचने में कठिनाई के बारे में चिंताएं अभी भी मौजूद हैं।
बीबीसी ने आखे लिखा कि, दिल्ली में शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन और विकासशील देशों के ऋण बोझ सहित कई वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त घोषणा पर सहमति बनी है, जिसमें यूक्रेन में युद्ध पर एक बयान भी शामिल है। दो दिवसीय बैठक के पहले दिन जी20 नेताओं ने क्षेत्रीय लाभ के लिए बल के प्रयोग की निंदा की, लेकिन सीधे तौर पर रूस की आलोचना नहीं की। यूक्रेनी सरकार ने कहा कि इसमें 'गर्व करने लायक कुछ भी नहीं है।'