G20 इतिहास में सबसे ज्यादा सफल रहा भारत की अध्यक्षता में सम्मेलन, 112 कार्यों को दिया गया अंतिम रूप
भारत की जी-20 अध्यक्षता अबतक के जी-20 शिखर सम्मेलन के इतिहास में सबसे महत्वाकांक्षी रही है। इंडोनेशिया की तुलना में भारत की अध्यक्षता में हुआ जी-20 शिखर सम्मेलन ढाई गुना ज्यादा कार्योन्मुखी रहा। जी-20 शिखर सम्मेलन में 73 परिणाम और 39 संलग्न दस्तावेज सहित 112 कार्यों को अंतिम रूप दिया गया। इसी के साथ ही भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन सबसे ज्यादा कार्योन्मुखी रहा।
क्या कुछ बोले राजीव चंद्रशेखर?
उन्होंने कहा कि भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन के माध्यम से संदेश दिया कि बिना किसी संघर्ष के शांतिपूर्ण भविष्य के बारे में हम विचार कर सकते हैं। साथ ही नवाचार, शासन में सुधार और प्रौद्योगिकी के साथ लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में भी बातचीत की जा सकती है।इसे भी पढ़ें: डिनर में विश्व नेताओं ने किया भारत की संगीत विरासत का अनुभव, यह परफॉर्मेंस बना आकर्षण का केंद्रजैसे ही जी-20 शिखर सम्मेलन का समापन होगा ठीक वैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की जी-20 अध्यक्षता हाल के दिनों में सबसे निर्णायक अध्यक्षताओं में से एक हो जाएगी।
As #G20Summit concludes, India’s #G20 presidency under the leadership of PM @narendramodi ji will rank up there as of one the most defining presidencies in recent times. The message we’ve sent out is that we can think of a peaceful future without conflict, and talk about… pic.twitter.com/Od2aFFL9ju
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 10, 2023