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G20 Summit 2023: जानिए G20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों की पूरी लिस्ट, कौन से देश और नेता होंगे शामिल?

G20 Summit 2023 in Delhi भारत विश्व के सबसे मजबूत आर्थिक संगठनों में से एक G20 सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। इस सम्मेलन में दुनिया के 40 से ज्यादा देश और राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे जिसकी वजह से समूचे विश्व की नजरें इसपर रहेंगी। सम्मेलन होने में अब महज 10 दिन बचे हैं। 9-10 सितंबर को होने वाले दो दिवसीय G20 सम्मेलन की तैयारियां आखिरी चरण में हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 31 Aug 2023 12:06 PM (IST)
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G20 सम्मेलन में शामिल होने वाले देश और नेता (फोटो, जागरण)
ई दिल्ली, जागरण ऑनलाइन डेस्क। भारत विश्व के सबसे मजबूत आर्थिक संगठनों में से एक G20 सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। इस सम्मेलन में दुनिया के 40 से ज्यादा देश और राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे, जिसकी वजह से समूचे विश्व की नजरें इसपर रहेंगी। सम्मेलन होने में अब महज 10 दिन बचे हैं। भारत की राजधानी नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन 2023 होगा, जिसकी आखिरी चरण की तैयारियां चल रही हैं।

मगर, G20 सम्मेलन में शामिल होने वाले कई मेहमानों के भारत आने पर अभी असमंजस बना हुआ है। कई राष्ट्राध्यक्ष ऐसे हैं जिनके सम्मेलन में शामिल होने पर संदेह बना हुआ है। G20 की अध्यक्षता भारत के लिए एक बड़ा राजनयिक अवसर लेकर आई है, जिससे भविष्य में देश को फायदा मिलेगा।

G20 समूह के फैसले होंगे विश्व के लिए महत्वपूर्ण

दरअसल, G20 उन 19 देशों से बना है जो संयुक्त रूप से विश्व के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में लगभग 85 फीसदी और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 75 फीसदी का योगदान देते हैं। यह आंकड़े दुनिया के लिए कितने बड़े हैं, इसको समझा जा सकता है। इसके साथ ही G20 समूह के अंदर जो भी फैसले लिए जाएंगे वह भी विश्व के लिए महत्वपूर्ण महत्व रखेंगे।

समय के साथ बड़ा होता गया G20 समूह

G20 समूह साल 1999 में अस्तित्व में आया था, जिसका मकसद वैश्विक आर्थिक संकट से उबरने के लिए था। मम्मेलन की शुरुआत में सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और प्रमुख बैंकों के गवर्नरों को बुलाया जाता था। मगर, समय बितने के साथ में इस समूह का दायरा व्यापक होता चला गया। वर्तमान समय में विश्व के प्रमुख संकटों या फिर चुनौतियों से उबरने के लिए G20 सम्मेलन में चर्चा होगी।

ये रहेंगे प्रमुख मुद्दे

वर्तमान चुनौतियों में प्रमुख तौर पर विश्व में खाद्य संकट, ऊर्जा की कमी, जलवायु परिवर्तन, वर्तमान महामारी और यूक्रेन युद्ध का मुद्दा शामिल है। G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सहित 25 से ज्यादा विश्विक नेता शामिल होने भारत आ रहे हैं।

9-10 सितंबर को होने वाले दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन में दो देशों को छोड़कर बाकी सभी देशों के प्रमुख नेता इसमें शामिल होने आ रहे हैं। आइए जानते हैं कि G20 सम्मेलन 2023 में कौन से वैश्विक नेता शामिल होंगे और कौन सम्मेलन में भाग नहीं ले सकेंगे।

G20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित सदस्य देश और उनके राष्ट्राध्यक्षों की लिस्ट:

फुमियो किशिदा, जापान के प्रधानमंत्री

जियोर्जिया मेलोनी, इटली के प्रधानमंत्री

जो बाइडेन, अमेरिका के राष्ट्रपति

जोको विडोडो, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति

एंथोनी अल्बानीज़, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री

सिरिल रामफोसा, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

ऋषि सुनक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री

शी जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति

इमैनुएल मैक्रॉन, फ्रांस के राष्ट्रपति

जस्टिन ट्रूडो, कनाडा के प्रधानमंत्री

लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, ब्राजील के राष्ट्रपति

मोहम्मद बिन सलमान, क्राउन प्रिंस, सऊदी अरब के प्रधानमंत्री

ओलाफ स्कोल्ज़, जर्मनी के चांसलर

रेसेप तैयप एर्दोगन, तुर्की के राष्ट्रपति

यूं सुक येओल, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति

इसमें भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण और प्राथमिकता वाले नेता चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उपस्थिति होगी, मगर शी ने अभी तक G20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आने की औपचारिक पुष्टि नहीं की है। विदेश मंत्रालय के प्रमुख प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पिछले दिनों जानकारी देते हुए कहा था कि शी ने अभी तक कार्यक्रम शामिल होने की पुष्टि नहीं की है।

इन देशों ने भी नहीं की आधिकारिक पुष्टि

विदेश मंत्रालय के मुताबिक मैक्सिको, सऊदी अरब, तुर्की, जापान, जर्मनी, इटली, इंडोनेशिया, ब्राजील और अर्जेंटीना से भी अभी तक पुष्टि नहीं आई है। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जगह उनके प्रतिनिधि के तौर पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भारत आएंगे।

G20 में शामिल होने के लिए भारत ने उन 9 देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है जो इस समूह का हिस्सा नहीं हैं।

मार्क रुटे, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री

बोला अहमद टीनुबू, नाइजीरिया के राष्ट्रपति

शेख हसीना, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री

अब्देल फतह अल सिसी, मिस्र के राष्ट्रपति

प्रविंद कुमार जुगनाथ, मॉरीशस के प्रधानमंत्री

ली सीन लूंग, सिंगापुर के प्रधानमंत्री

पेड्रो सांचेज़, स्पेन के राष्ट्रपति

शेख मोहम्मद बिन जायद, संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति

सैय्यद असद बिन तारिक अल सईद, ओमान के उप प्रधानमंत्री

G20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए इन वैश्विक संस्थाओं के अध्यक्षों को भी बुलाया गया है...

एंटोनियो गुटेरेस, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव

अजय बंगा, विश्व बैंक के अध्यक्ष

अजय माथुर, अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस के डीजी

अमित प्रोथी, आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के डीजी

गिल्बर्ट फॉसौं होउंगबो, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के डीजी

क्लास नॉट, वित्तीय स्थिरता बोर्ड के अध्यक्ष

क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक

मासात्सुगु असकावा, एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष

माथियास कॉर्मन, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के महासचिव

नगोज़ी ओकोन्जो इवेला, विश्व व्यापार संगठन के डीजी

जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा

G20 सम्मेलन में शामिल होने आ रहे विश्व के इनते बड़े नेताओं की सुरक्षा में कोई छोटी सी भी चूक ना हो इसके लिए दिल्ली में जमीन से लेकर आसमान तक निगरानी रखी जाएगी। दिल्ली के आसमान में किसी भी संदिग्ध गतिविधि यूएवी या ड्रोन पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सुरक्षा के लिए वायुसेना के लड़ाकू विमान अलर्ट मोड पर रहेंगे। वायु सेना ने दिल्ली हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात किया है।