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G20 Summit 2023: अफ्रीकी संघ को जी 20 का सदस्य बना उभरते-विकासशील देशों की मुखर आवाज बना भारत

अफ्रीकी संघ को नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन में इस वैश्विक मंच की स्थाई सदस्यता प्रदान की गई।पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के साथ ही वैश्विक नेताओं से बातचीत में बनी सहमति के बाद एयू को इस विश्व मंच के 21वें स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने की घोषणा की। जी 20 विश्व मंच की स्थापना के बाद से इस प्रभावशाली मंच का यह पहला विस्तार है।

By Sanjay MishraEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 09:12 PM (IST)
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अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनने पर पीएम मोदी ने एयू के अध्यक्ष को गले लगाया। फोटोः एएनआई।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। भारत की जी-20 की अध्यक्षता अफ्रीकी देशों का संघ (एयू) के लिए दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के इस समूह का हिस्सा बनने के लिहाज से ऐतिहासिक साबित हुआ है। अफ्रीकी संघ को नई दिल्ली जी-20 शिखर सम्मेलन में इस वैश्विक मंच की स्थाई सदस्यता प्रदान की गई।

 एयू को जी-20 में शामिल होने की पीएम मोदी ने की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिखर सम्मेलन के उद्घाटन के साथ ही वैश्विक नेताओं से बातचीत में बनी सहमति के बाद अफ्रीकी संघ को इस विश्व मंच के 21वें स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करने की घोषणा की। एयू की जी 20 की सदस्यता का रास्ता बनाकर भारत ने विकासशील और उभरती अर्थवयवस्थाओं वाले देशों की सबसे मजबूत आवाज के रूप में खुद को स्थापित कर दिया है।

जी-20 सम्मेलन के पहले ही दिन हुआ घोषणा पत्र का ऐलान

दुनिया के आर्थिक रूप से सबसे प्रभावशाली देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन जी-20 की पहली बार मेजबानी कर रहे भारत ने अफ्रीकी संघ को उद्घाटन सत्र की शुरूआत में ही इसकी स्थाई सदस्यता दिला कर बैठक के सकारात्मक दिशा में बढ़ने का एजेंडा सेट कर दिया। इसका ही प्रभाव रहा कि तमाम किंतु-परंतु के संशय को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष नेताओं की साझा घोषणा पर न केवल सहमति बनी बल्कि पहले ही दिन इसका ऐलान भी कर दिया गया।

अफ्रीकी संघ को जी-20 शामिल करने पर क्या बोले पीएम मोदी?

जी 20 विश्व मंच की स्थापना के बाद से इस प्रभावशाली मंच का यह पहला विस्तार है। पीएम मोदी ने बैठक की शुरूआत में ही सदस्य देशों के समक्ष ग्लोबल साउथ के प्रमुख ब्लॉक अफ्रीकी संघ को जी-20 में शामिल करने का प्रस्ताव रखा जिसको सभी नेताओं ने स्वीकार कर लिया। पीएम ने कहा कि सबका साथ की भावना को ध्यान में रखते हुए भारत ने अफ्रीकी संघ को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जानी चाहिए और हम सभी इस प्रस्ताव पर सहमत हैं।

पीएम मोदी ने एयू प्रमुख को दिया मंच पर आने का न्योता

प्रगति मैदान के भारत मंडपम में विश्व नेताओं की तालियों की गूंज के बीच पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष अजाली असौमानी को जी 20 नेताओं के मंच पर आने का न्यौता दिया। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने असौमानी को इस मंच के नेताओं की मेज पर उनकी सीट तक अजाली को पहुंचाया। स्थाई सदस्य की सीट पर बैठने से पूर्व एयू प्रमुख ने पीएम मोदी से बेहद गर्मजोशी से गले मिलते हुए हाथ मिलाया।

एयू में शामिल हैं अफ्रीका महादेश के 55 देश

पीएमओ ने इसके बाद एक्स पोस्ट में कहा कि एक अधिक समावेशी जी 20 को आगे बढ़ाना ग्लोबल साउथ की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है और पीएम मोदी अफ्रीकी यूनियन और कोमोरोस के राष्ट्रपति अजाली का हार्दिक स्वागत करते हैं। अफ्रीकी देशों का संघ में अफ्रीका महादेश के 55 देश शामिल हैं और वह लंबे समय से जी 20 की सदस्यता के लिए प्रयास कर रहा था। अफ्रीकी संघ के सदस्य देशों की जीडीपी लगभग तीन ट्रिलियन अमेरिकी डालर और जनसंख्या करीब 1.4 अरब है।

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पीएम मोदी ने अफ्रीकी संघ को दिया था भरोसा

पिछले साल बाली शिखर सम्मेलन में भी उसे निराशा हाथ लगी थी। विदेशमंत्री जयशंकर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एयू को स्थाई सदस्यता दिए जाने को जी 20 में भारत और पीएम मोदी की विशिष्ट छाप का प्रमाण बताते हुए कहा कि इंडोनेशिया में पिछले वर्ष अफ्रीकी संघ के तत्कालीन अध्यक्ष को प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्यता दिलाने का भरोसा दिया था।

जयशंकर ने कहा कि पीएम ने तबके एयू प्रमुख को यह भी कहा था कि यह मोदी की गारंटी है और आज अफ्रीकी संघ को जी 20 की स्थाई सदस्य बनाकर पीएम ने इस गारंटी को पूरा किया है। पिछले निरंतर भारत वैश्विक दक्षिण या विकासशील देशों विशेषकर अफ्रीकी महाद्वीप की चिंताओं, चुनौतियों और आकांक्षाओं को विश्व मंच पर मुखर रूप से उठाने में अग्रणी रहा है।

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क्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने जाहिर की प्रसन्नता

अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष के साथ ही जी 20 बैठक में शामिल होने नई दिल्ली आए दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामपोसा ने अफ्रीका के देशों को इस विश्व मंच का हिस्सा बनाने पर अपनी प्रसन्नता का इजहार किया है।