'गांधी परिवार ने अमेठी की 48 साल अनदेखी की', स्मृति ईरानी बोलीं- राजमोहन को नकली गांधी बोल मारे पत्थर
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 48 सालों तक उत्तर प्रदेश की अमेठी विकास से वंचित रही जबकि लोकसभा में इसका प्रतिनिधित्व गांधी परिवार के लोग करते रहे थे। ईरानी ने कहा कि राजमोहन गांधी ने गांधी परिवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था और उन्हें गांधी परिवार के खिलाफ लड़ने के लिए नकली गांधी बुलाया गया था।
पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 48 सालों तक उत्तर प्रदेश की अमेठी विकास से वंचित रही, जबकि लोकसभा में इसका प्रतिनिधित्व गांधी परिवार के लोग करते रहे थे। लोकसभा में बजट सत्र के दौरान हुई चर्चा में स्मृति ईरानी ने बुधवार को कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद ही इस संसदीय क्षेत्र का विकास होना शुरू हुआ।
स्मृति ईरानी ने क्या कुछ कहा?
उल्लेखनीय है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में अमेठी से कांग्रेस नेता को हराया था। इस संसदीय क्षेत्र का राहुल गांधी से पहले राजीव गांधी और सोनिया गांधी भी कर चुके हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा,
यह भी पढ़ें: अमेठी की राजनीति का नया केंद्र बनेगा स्मृति ईरानी का आवास, इसी माह होगा गृह प्रवेश; 11 बिस्वा भूमि में बना सांसद आवासअमेठी में गांधी परिवार को चुनौती देने वालों के प्रति कांग्रेस की असहिष्णुता इतनी अधिक थी कि यहां महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी को भी 1989 में लोकसभा चुनाव लड़ने पर अपमानित कर पत्थरों से मारा गया था।
'मेनका गांधी को किया गया था अपमानित'
ईरानी ने कहा कि राजमोहन गांधी ने गांधी परिवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था और उन्हें गांधी परिवार के खिलाफ लड़ने के लिए नकली गांधी बुलाया गया था। मेनका गांधी और शरद यादव को भी अपमानित किया गया था। शरद यादव से कहा गया कि वह जाकर गाय चराएं।
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उन्होंने कांग्रेस का फटकारते हुए 2011 की जनगणना का हवाला देते हुए कहा कि सुलतानपुर जिले में आने वाली अमेठी सीट में 62 प्रतिशत घरों में बिजली नहीं थी और 83 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं थे।