जनरल बिपिन रावत ने दी चेतावनी, कहा- जैविक युद्ध में बदल सकती है कोरोना महामारी
कोरोना के कहर के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यह महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। ऐसी स्थिति में सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 07 Dec 2021 07:30 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना के कहर के बीच चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को चेतावनी दी कि यह महामारी जैविक युद्ध में बदल सकती है। ऐसी स्थिति में सभी देशों को इसका मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बिम्सटेक सदस्य देशों से जुड़े आपदा प्रबंधन अभ्यास के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में, भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी कोरोना के नए वैरिएंट के उभरने और संक्रमण के मामलों में उछाल आने बारे में चेतावनी दी। इससे पता चलता है कि कोरोना का संकट अभी टला नहीं है।
बिम्सेटक देशों के कार्यक्रम में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ ने चेतायाइस कार्यक्रम में भारत सहित बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, थाईलैंड, श्रीलंका आदि देश भाग ले रहे हैं। सीडीएस रावत ने कर्टेन रेजर कार्यक्रम पैनेक्स-21 में कहा कि मैं एक और मुद्दा उठाना चाहूंगा। वह यह है कि क्या यह एक नए प्रकार के युद्ध का स्वरूप ले रहा है। हम लोगों को खुद को मजबूत कर इससे निपटना होगा ताकि ये वायरस और बीमारियां हमारे देश को प्रभावित न कर सकें। उन्होंने कहा कि अब कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट सामने आया है। अगर यह अन्य रूपों में बदलता है तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा।
जनरल रावत ने कहा कि हम सभी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने बुद्धि कौशल से एक-दूसरे का साथ दें। सीडीएस ने यह भी बताया कि दुनिया के सशस्त्र बलों को आपदाओं का मुकाबला करने के लिए विशेष तैयारी करनी पड़ती है। कोरोना के दौरान, यह देखा गया कि हर देश द्वारा रक्षा बलों का इस्तेमाल अपनी नागरिक आबादी तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए किया जाता था। इस कार्यक्रम में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी भाग लिया। उन्होंने सदस्य देशों को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से लड़ने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के लिए कहा।