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George Soros: 'हिंडनबर्ग में मुख्य निवेशक हैं जॉर्ज सोरोस', भाजपा ने लगाया भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप

Hindenburg Research Report भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस हिंडनबर्ग में निवेशक हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि शेयर बाजार धराशायी हो जाए जिसने करोड़ों छोटे निवेशकों को अच्छी आय दी है।

By Agency Edited By: Sonu Gupta Updated: Mon, 12 Aug 2024 05:36 PM (IST)
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भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद। फोटोः

पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने SEBI की चेयरपर्सन माधबी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की कांग्रेस की मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था को कमजोर करने और देश में निवेश को नष्ट करने के लिए एक ढकोसला है।

कांग्रेस बना रही माहौलः रविशंकर प्रसाद

उन्होंने ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि शॉर्ट सेलिंग कंपनी का आरोप और विपक्ष द्वारा बाजार नियामक सेबी की आलोचना एक व्यापक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक स्तर पर एक सुरक्षित, स्थिर और बेहतर बाजार के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा माहौल बनाना चाहती है कि भारत का निवेश परिदृश्य सुरक्षित नहीं है।

हिंडनबर्ग में निवेशक हैं जॉर्ज सोरोसः रविशंकर

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस हिंडनबर्ग में निवेशक हैं और उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि शेयर बाजार धराशायी हो जाए, जिसने करोड़ों छोटे निवेशकों को अच्छी आय दी है।

— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) August 12, 2024

भारत में आर्थिक अराजकता के लिए कांग्रेस ने रची है साजिशः भाजपा

उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद, कांग्रेस, उसके सहयोगियों और टूलकिट गिरोह में उसके सबसे करीबी सहयोगी ने भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने के लिए एक साथ साजिश रची है। उन्होंने सवाल किया कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के 10 साल के शासन में कई कथित घोटाले हुए और तब इस तरह की आलोचनात्मक रिपोर्ट क्यों नहीं लाई गई?

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व इस काल्पनिक रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक अराजकता पैदा करने में शामिल है। उन्होंने जोर देकर कहा कि निवेशकों को साजिश का एहसास हो गया है और उन्होंने बाजार को झटका देने के प्रयासों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ‘फुस्स’ साबित हुई है क्योंकि भारत के निवेशकों ने इस शार्ट सेलर और कांग्रेस के ‘सुनियोजित षडयंत्र’ पर विश्वास नहीं किया।

माधवी पुरी बुच को बनाया गया निशानाः रविशंकर प्रसाद

उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी और उनके टूलकिट मित्रों की अगुवाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नफरत करते-करते कांग्रेस अब हिंदुस्तान से नफरत करने लगी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सेबी ने अडाणी समूह के खिलाफ शेयर बाजार में हेरफेर के अपने पिछले साल के आरोपों के तहत अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग को नोटिस भेजा था लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुआ और इसके बजाय उसने उसकी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच को निशाना बनाया।

क्या है पूरा मामला?

हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को अपनी एक रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि सेबी की अध्यक्ष बुच और उनके पति की कथित अडाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट विदेशी फंड में हिस्सेदारी थी। सेबी प्रमुख बुच और उनके पति ने एक संयुक्त बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है।

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