नित्यानंद के आश्रम से बचाई गई लड़की का आरोप, 'आधी रात को खूब मेकअप के साथ बनाई जाती थी Video'
पीड़ित लड़की ने कहा कि हमें स्वामीजी के लिए प्रचार की गतिविधियाँ करने को कहा गया और उससे दान वसूलने को कहा गया।
By Nitin AroraEdited By: Updated: Sat, 23 Nov 2019 12:58 PM (IST)
अहमदाबाद, एएनआइ। बेंगलुरु निवासी जनार्दन शर्मा की बेटियों में से एक ने कहा कि वह आश्रम में मानसिक रूप से प्रताड़ित हुई, जिसके पीछे का कारण नित्यानंद से संबंधित था। आपको बता दें कि 15 वर्षीय लड़की को उसके माता-पिता ने बाल कल्याण समिति की मदद से एक महीने पहले आश्रम से बाहर निकाला था। अब इसपर खुद लड़की ने समाचार एजेंसी एएनआइ से बात की है। लड़की ने बताया, 'मैंने मई 2013 में गुरुकुल को जॉइन किया था। पहले तो हम वहां मज़ेदार गतिविधियाँ करते थे लेकिन 2017 के बाद से यहां भ्रष्टाचार शुरू हो गया।'
उन्होंने आगे बताया, 'हमें स्वामीजी के लिए प्रचार की गतिविधियाँ करने को कहा गया और उससे दान वसूलने को कहा गया। हजारों में नहीं बल्कि लाखों में यह दान हासिल करना था। दान 3 लाख से 8 करोड़ रुपये तक होती थी। लड़की ने बताया कि हमें रुपये या फिर जमीन दान में लेनी होती थी।'रात में जगाकर बनाते थे वीडियो
पीड़ित लड़की ने बताया, 'आधी रात में, वे हमें जगाते थे और स्वामीजी के लिए एक वीडियो बनवाई जाती थे। हमें गहने पहनने होते थे और साथ ही चेहरे पर खूब मेकअप भी लगाया जाता था। मेरी बड़ी बहन वहां से बाहर नहीं निकल पा रही थी। मैं गवाह हूं कि मेरी बहन द्वारा बनाए गए सभी वीडियो सीधे स्वामीजी द्वारा निर्देशित किए गए थे। वहां मौजूद लोग हमारे माता-पिता से बुरे तरीके से बात करने के लिए कहा करते थे। उन्होंने मुझे ऐसा करने के लिए भी कहा लेकिन मैंने मना कर दिया।'
उन्होंने आगे आपबीती सुनाते हुए कहा, 'आश्रम प्रशासन ने उन्हें किसी आध्यात्मिक प्रक्रिया के नाम पर दो महीने के लिए एक कमरे में बंद कर दिया। आश्रम के लोगों द्वारा उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता था।' लड़की के पिता ने गुजरात उच्च न्यायालय को बेटी को अहमदाबाद में बंदी बनाकर रखने के मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है। जनार्दन शर्मा ने कहा, 'मामला सही दिशा में बढ़ रहा है। मामले में दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। मैंने अपनी लड़की को वापस पाने के लिए शिकायत की है, लेकिन वे अन्य नापाक गतिविधियों में भी लगे हुए हैं।'