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आंगनवाड़ी केंद्रों की जियोमैपिंग करने की प्रक्रिया में है सरकार, संसदीय समिति की रिपोर्ट राज्यसभा में हुई पेश

डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि पोशन ट्रैकर पर पंजीकृत 90.49 प्रतिशत लाभार्थियों का सफलतापूर्वक आधार से सत्यापन किया गया है। डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रजनन और बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) पोर्टल के साथ पोषण ट्रैकर का एकीकरण प्रगति पर है।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 28 Mar 2023 10:13 PM (IST)
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आंगनवाड़ी केंद्रों की जियोमैपिंग करने की प्रक्रिया जारी।
नई दिल्ली, पीटीआई। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (डब्ल्यूसीडी) ने मंगलवार को कहा कि सरकार सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की जियोमैपिंग के लिए गुजरात की एक एजेंसी के साथ सहयोग कर रही है। डब्ल्यूसीडी मंत्रालय द्वारा यह जानकारी शिक्षा, महिला, बाल, युवा और खेल पर संसद की स्थायी समिति को दी गई। संसदीय समिति की रिपोर्ट मंगलवार को राज्यसभा में पेश की गई।

इसमें कहा गया कि मंत्रालय जियोमैपिंग के लिए भास्कराचार्य इंस्टीट्यूट फार स्पेस एप्लीकेशंस एंड जियो इन्फार्मेटिक्स (बीआइएसएजी-एन) के साथ भी सहयोग कर रहा है। देश में करीब 14 लाख आंगनवाड़ी केंद्र हैं।

पोषण अभियान के तहत एक काल सेंटर भी स्थापित

डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि पोशन ट्रैकर पर पंजीकृत 90.49 प्रतिशत लाभार्थियों का सफलतापूर्वक आधार से सत्यापन किया गया है। डब्ल्यूसीडी मंत्रालय ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रजनन और बाल स्वास्थ्य (आरसीएच) पोर्टल के साथ पोषण ट्रैकर का एकीकरण प्रगति पर है। इसके अलावा, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पोषण अभियान के तहत एक काल सेंटर भी स्थापित किया है।

पोषण अभियान हेल्पलाइन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को एक टोल-फ्री नंबर जारी किया गया है। समिति ने उल्लेख किया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 27 फरवरी तक 17,251.95 करोड़ रुपये का उपयोग किया है, जो कुल आवंटित राशि यानी 23,912.69 करोड़ रुपये का लगभग 72.09 प्रतिशत है।