Health Professionals Database: स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी तरह के पेशेवरों का एक डाटाबेस तैयार कर रही सरकार, जानें वजह
केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश को हेल्थ सेक्टर का वैश्विक स्रोत बनाने की दिशा में काम तेज कर दिया है। इसके लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी तरह के पेशेवरों का एक डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Mon, 30 May 2022 05:49 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र की मोदी सरकार भारत को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का वैश्विक स्रोत बनाने की तैयारी में है। इसके लिए स्वास्थ्य सेवा से जुड़े पेशेवरों का एक आनलाइन डाटाबेस तैयार किया जा रहा है, जिसमें डाक्टरों, नर्सो और फार्मासिस्टों की पूरी जानकारी होगी। यह भी उल्लेख होगा कि कौन पेशेवर किस देश में जाकर अपनी सेवा देने का इच्छुक है।
विकसित किया जा रहा पोर्टल
सूत्रों ने प्रेट्र को बताया कि सरकार की 'हील बाई इंडिया' पहल के हिस्से के रूप में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission, ABDM) के तहत नेशनल हेल्थ अथारिटी (National Health Authority, NHA) द्वारा यह पोर्टल विकसित किया जा रहा है। इस पोर्टल के 15 अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है।
पोर्टल पर अपनी जानकारी मुहैया कराना होगा स्वैच्छिक सूत्रों ने बताया कि सभी स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए पोर्टल पर अपनी जानकारी मुहैया कराना स्वैच्छिक होगा और डाटा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। पेशेवरों द्वारा उपलब्ध कराई गई व्यक्तिगत सूचनाओं का सत्यापन यूआइडीएआइ द्वारा और रजिस्ट्रेशन संबंधी सूचनाओं का सत्यापन संबंधित परिषदों द्वारा किया जाएगा।
पेशेवरों के पास अपने पसंदीदा देश का उल्लेख करने का होगा विकल्पयह पोर्टल 15 जून तक तैयार हो जाएगा, जिसके बाद पेशेवर उस पर अपनी सूचना डाल सकेंगे। सूत्रों ने बताया कि पेशेवरों के पास अपने पसंदीदा देश का उल्लेख करने का विकल्प होगा जहां वे काम करना चाहते हैं, जिन भाषाओं को वे जानते हैं। इसके अलावा वीजा, देश-विशिष्ट योग्यता परीक्षा के विवरण के अलावा उनकी सामान्य पृष्ठभूमि की जानकारी भी देनी होगी।
पेशेवरों के आंकड़े जुटाने की हुई शुरुआत एनएचए स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी विभिन्न परिषदों और संगठनों से पेशेवरों के आंकड़े जुटाना शुरू कर दिया है। इसके तहत अब तक 32,059 डाक्टरों और 3,527 नर्सों के आंकड़े जुटाए जा चुके हैं। इनमें से 15,531 डाक्टरों और 687 नर्सों की सूचनाओं का सत्यापन भी करा लिया गया है।