सरकार उत्तर, दक्षिण, पूर्व में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए कराएगी व्यवहार्यता अध्ययन: राष्ट्रपति मुर्मु
आज देश की राष्ट्रपति मुर्मु ने NDA सरकार बनने के बाद अपना पहला अभिभाषण दिया। इस दौरान मुर्मु ने मोदी सरकारी की उपलब्धियां बताई। मुर्मु ने कहा कि सरकार ने देश के उत्तर दक्षिण और पूर्व में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए व्यवहार्यता अध्ययन कराने का फैसला किया है। मुर्मू ने यह भी कहा अहमदाबाद और मुंबई के बीच हाई-स्पीड रेल इकोसिस्टम पर भी काम तेजी से चल रहा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने मोदी सरकार की बीते 10 सालों की बड़ी उपलब्धियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के उत्तर, दक्षिण और पूर्व में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए व्यवहार्यता अध्ययन (feasibility studies) कराने का निर्णय लिया है।
मुर्मु ने संसद में कहा कि मेरी सरकार ने देश के उत्तर, दक्षिण और पूर्व में बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए व्यवहार्यता अध्ययन कराने का निर्णय लिया है।
अपने भाषण में उन्होंने देश के पश्चिमी भाग में अहमदाबाद और मुंबई के बीच चल रही हाई-स्पीड रेल परियोजना का भी उल्लेख किया।
मुर्मू ने कहा, अहमदाबाद और मुंबई के बीच हाई-स्पीड रेल इकोसिस्टम पर भी काम तेजी से चल रहा है।508 किलोमीटर लंबा अहमदाबाद-मुंबई हाई-स्पीड कॉरिडोर देश का पहला ऐसा कॉरिडोर है, जिस पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी और सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद में सीमित ठहराव के साथ पूरी दूरी मात्र 2 घंटे 7 मिनट में तय करेगी।
परियोजना का निर्माण कर रही नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सूरत और बिलिमोरा के बीच इसके पहले चरण का काम अगस्त 2026 तक पूरा होने की घोषणा की है।भारत की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए सरकार के प्रयासों पर बोलते हुए उन्होंने कहा, 10 साल में मेट्रो 21 शहरों तक पहुंच चुकी है। वंदे मेट्रो जैसी कई योजनाओं पर काम चल रहा है।यह भी पढ़ें- Parliament Session 2024: पेपर लीक मामले पर भी बोलीं राष्ट्रपति, संसद में अभिभाषण के दौरान किया जिक्र
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