कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में 30-40 आतंकियों का समूह, पाक सेना कर रही मदद
एलओसी के पार बड़ी संख्या में आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने के इंतजार में हैं और पाकिस्तानी सेना संघर्ष विराम का उल्लंघन कर उनकी मदद कर रही है।
जम्मू (जेएनएन)। कश्मीर के सेना की आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। ऐसे में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों में जुटे आतंकियों की प्लानिंग बार-बार फेल हो रही है। इसके बावजूद नियंत्रण रेखा पार से बड़ी संख्या में आतंकी घुसपैठ के इंतजार में बैठे है। आतंकी घुसपैठ के लिए मौके की तलाश में बैठे है और इसमें उनकी मदद लगातार पाकिस्तानी सेना कर रही है। हालांकि सुरक्षा बल आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के नापाक इरादों को पहले ही भाप चुका है।
घुसपैठ के इंताजर में आतंकी, पाक सेना कर रही मदद
सेना के एक शीर्ष कमांडर ने सोमवार को बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार बड़ी संख्या में आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने के इंतजार में हैं और पाकिस्तानी सेना उन्हें घुसपैठ कराने की कोशिश में संघर्ष विराम का उल्लंघन करती है। श्रीनगर स्थित चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने बताया कि इस बात की सूचना है कि कई घुसपैठिए इंतजार में हैं और इस साल कम बर्फ होने की वजह से वे जल्द ही घुसपैठ करने की कोशिश शुरू कर देंगे। यहां जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री सेंटर में पासिंग आउट परेड से इतर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि लेपा घाटी से लेकर मंडल एरिया, रामपुर तथा अन्य क्षेत्रों में एलओसी पार 30-40 आतंकियों के कई समूह घुसपैठ के इंतजार में हैं।
पाकिस्तान द्वारा गांव को खाली करने की उद्घोषणा संबंधी रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर भट्ट ने बताया कि वह एलओसी के इस पार के गांवों के लिए नहीं थी। उन्होंने बताया कि वे सुरक्षा कारणों से वहां कुछ गांवों को खाली करने की सलाह दे रहे हैं और उन्हें सूचना है कि वे गांव भी पूरी तरह खाली नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा किए जाने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन का उचित जवाब दिया जाता है, जो स्थानीय कार्रवाइयां होती हैं। हमारा इरादा पूरा मोर्चा खोलने का नहीं है। यदि पाकिस्तान संघर्ष विराम का उल्लंघन करता है या घुसपैठ कराने का प्रयास करता है तो हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान सेना कश्मीर में घुसपैठ के लिए आतंकियों की मदद कर रही है। यही वजह है कि वह बार-बार सीजफायर का उल्लंघन कर रही है। ताकि गोलीबारी की आड़ में आतंकी कश्मीर में दाखिल हो सके। हालांकि पहले भी पाकिस्तानी सेना ऐसा करती आई है, ऐसे में सेना और भी संतर्क हो गई है। वे पाकिस्तान और आतंकियों के साथ 'ईंट का जवाब पत्थर से' की रणनीति पर काम कर रही है।