Move to Jagran APP

भारत-US, ब्रिटेन समेत इन देशों में प्रतिबंध, पाकिस्तान में मिली पनाह तो ड्रैगन ने दी सुरक्षा; हाफिज सईद के 'लश्कर' की कहानी

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों द्वारा अंजाम दिए गए मुंबई हमले में 164 लोग मारे गए थे। जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 26 नवंबर 2023 को मुंबई हमले की 15वीं बरसीं है। ऐसे में आपको मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के बारे में बताते हैं। मुंबई हमले के बाद सुर्खियों में आए इस संगठन की 15 साल बाद कैसी स्थिति है?

By Mohd FaisalEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sat, 25 Nov 2023 12:06 PM (IST)
Hero Image
भारत-US, ब्रिटेन समेत इन देशों में प्रतिबंध, पाकिस्तान में मिली पनाह, हाफिज सईद के 'लश्कर' की कहानी (फोटो जागरण ग्राफिक्स)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 26 नवंबर 2008 का वो काला दिन... जब देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 10 आतंकियों ने मौत का खूनी खेल खेला। ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट और नरीमन हाउस में मौजूद मासूम लोगों को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) ने ली थी।

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों द्वारा अंजाम दिए गए मुंबई हमले में 164 लोग मारे गए थे। जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 26 नवंबर 2023 को मुंबई हमले की 15वीं बरसीं है। ऐसे में आपको मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के बारे में बताते हैं। मुंबई हमले के बाद सुर्खियों में आए इस संगठन की 15 साल बाद कैसी स्थिति है? आइये डालते है एक नजर

कब हुई थी लश्कर-ए-तैयबा की स्थापना?

जानकारी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा की स्थापना हाफिज सईद ने 80 के दशक में अफगानिस्तान में की थी। हालांकि, ये संगठन साल 2000 के शुरुआती दिनों में चर्चाओं में आया। लश्कर-ए-तैयबा ने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया, जिसमें लाल किला और जम्मू-कश्मीर पर हमला शामिल था। इसके अलावा लश्कर-ए-तैयबा ने साल 2001 में जैश-ए-मोहम्मद के साथ मिलकर भारत के संसद भवन पर हुए आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इसके साथ ही लश्कर-ए-तैयबा ने भारत के अन्य शहरों को भी निशाना बनाया। जिसके बाद भारत सरकार ने आतंकी संगठन पर प्रतिबंध लगाया।

किन देशों में है प्रतिबंध?

  • भारत में गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम के तहत लश्कर-ए-तयैबा पर प्रतिबंध है।
  • अमेरिका में साल 2001 में हुए आतंकी हमले के बाद कई आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की गई। इसमें लश्कर-ए-तैयबा भी शामिल था।
  • अमेरिका ने साल 2001 में लश्कर-ए-तैयबा को विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया।
  • 9/11 हमले के बाद पाकिस्तान के तत्कालीन शासक परवेज मुशर्रफ ने लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, लश्कर अपने मंसूबों को लगातार अंजाम देता रहा।
  • वहीं, साल 2001 में ब्रिटेन ने भी आतंकी संगठन लश्कर पर प्रतिबंध लगाया।
  • ऑस्ट्रेलिया ने लश्कर-ए-तैयबा पर साल 2003 में प्रतिबंध लगाया था।
  • इसके अलावा यूरोपियन यूनियन ने 2003 और संयुक्त राष्ट्र ने 2008 में इस पर बैन लगाया था।
  • हाल ही में इजरायल ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) पर प्रतिबंध लगाया है। ये फैसला इजरायल ने हमास के साथ चल रहे युद्ध के बीच लिया है।

यह भी पढ़ें- 26/11 Mumbai Terrorist Attack: दहशतगर्दी की वो काली रात, पढ़ें चार दिनों तक कैसे दिया गया हमले को अंजाम

LeT को मिल रहा पाकिस्तान और चीन का साथ

लश्कर-ए-तैयबा (LeT) को पाकिस्तान के अलावा दूसरे देश का भी साथ मिलता रहा है। LeT को अंदरखाने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से मदद मिली है तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसे चीन का साथ भी मिला है। जब-जब आतंकी संगठन लश्कर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठी है। उसमें सबसे बड़ा अड़ंगा चीन ने ही अड़ाया है। ची शिनफिंग के राष्ट्रपति बनने के बाद से उसके कई आतंकी सजा से बचते रहे हैं। चीन ने कई ऐसे प्रस्ताव को रोका है, जिसमें आतंकी संगठन के लोगों पर कार्रवाई की मांग उठी थी। ये प्रस्ताव अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और भारत द्वारा लाए गए थे।

कहां है हाफिज सईद?

बता दें कि हाफिज सईद 26/11 समेत कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है। फिलहाल हाफिज सईद पाकिस्तान की जेल में बंद है। अमेरिका ने उस पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम घोषित किया है। हालांकि, हाफिज सईद जेल में बंद होने के बाद भी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।

यह भी पढ़ें- Israel-Hamas War: 'इजरायल ने लश्कर को प्रतिबंधित कर ठीक किया...', भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन बोले