'मोहब्बत की दुकान से नफरत का सामान आ रहा बाहर', लालू यादव के बयान पर भड़की BJP; इंडिया गठबंधन पर भी करारा हमला
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला है। विपक्षी गठबंधन इंडिया पर हमला करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जैसे जैसे देश लोकसभा चुनाव आगे बढ़ रहा है वैसे ही उनकी मोहब्बत की दुकान से नफरत का सामान बाहर आ रहा है।
'पीएम मोदी का पूरा देश ही परिवार'
#WATCH बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बयान पर बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'कल लालू प्रसाद यादव द्वारा एक बहुत ही निचले स्तर के शब्द प्रयोग किए गए हैं, जो बहुत ही दुखद और कष्टकारक है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के परिवार के विषय में बात कही। पीएम नरेंद्र मोदी के… pic.twitter.com/GmHF7Awl39
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2024
'INDI गठबंधन के लिए कोई हिंदू नहीं'
#WATCH बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बयान पर बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पीएम मोदी हिंदू नहीं हैं। INDI गठबंधन के लिए कोई हिंदू नहीं है। उनके लिए हिंदू पिछड़े, दलित, सवर्ण, उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, मराठी,… pic.twitter.com/HM0FKKefGQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2024
'सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले...'
बीजेपी नेता ने कहा, "मैं लालू यादव को बताना चाहता हूं कि सूप बोले तो बोले, चलनी भी बोले, जिसमें सौ-सौ छेद है।" उन्होंने कहा, "जो सनातन धर्म को मिटाने की कॉन्फ्रेंस करते हैं। उत्तर भारत में हिंदू धर्म को धोखा बताते हैं। जिनकी सरकार के शिक्षा मंत्री पोटैशियम साइनाइट बताते हैं। रामचरित मानस और हिंदू धर्म ग्रंथों के बारे में अनाप-शनाप टिप्पणी करते हैं। अब वो हिंदू होने के सर्टिफिकेट देने लगे हैं।"सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, "मैं इनकी बात का उत्तर सैद्धांतिक भी देता हूं और राजनैतिक भी।" उन्होंने कहा कि लालू यादव को बताना चाहूंगा कि हिंदू धर्म में पुत्र का महत्व नहीं होता है। उन्होंने कहा कि द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा का स्थान नहीं ऊंचा है। अर्जुन का स्थान ऊंचा है। भगवान राम ने अपनी समस्त शक्तियां हनुमान को दीं। द्रोणाचार्य ने विद्या पुत्र अश्वत्थामा को नहीं, अर्जुन को दीं। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म की परंपरा है, गुरु-शिष्य परंपरा। पिता-पुत्र परंपरा नहीं है।