पौष्टिकता की खान है लस्सी, इसमें छिपा है सेहत का खजाना; इन रोगों में है फायदेमंद
एमडी मेडिसिन डॉ. मनिंदर सिंह के अनुसार लस्सी स्वास्थ्यवर्धक है। युवाओं की यह धारणा कि लस्सी से फैट बढ़ता है गलत है। लस्सी तो वजन कम करने का काम करती है।
By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Fri, 06 Sep 2019 11:23 AM (IST)
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। देश का शायद ही ऐसा कोई घर हो जो दुग्ध उत्पादों का इस्तेमाल न करता हो। लेकिन इन उत्पादों में लस्सी गायब होती जा रही है। एक समय था जब शहरी और ग्रामीण पंजाब में घर आए मेहमान को सबसे पहले लस्सी ही दी जाती थी। सिल्वर और पीतल के कंगणी वाले गिलास (बड़े गिलास) में मलाई युक्त लस्सी पीकर मेहमान गदगद हो जाते थे। लेकिन आधुनिकीकरण के समयचक्र ने लोगों की खुराक से लस्सी को गायब कर दिया। इसकी जगह पेय पदार्थों ने ले ली है। लस्सी का भी अब औद्योगिकीकरण हो गया है। यह दुकानों पर पेय पदार्थों की तरह बिकने लगी है। चिंता की बात यह है कि इसकी बिक्री पेय पदार्थों के मुकाबले कम है। शरीर का तापमान नियत रखने वाली लस्सी बहुत काम की है।
स्वास्थ्यवर्धक है लस्सीएमडी मेडिसिन डॉ. मनिंदर सिंह के अनुसार लस्सी स्वास्थ्यवर्धक है। युवाओं की यह धारणा कि लस्सी से फैट बढ़ता है, गलत है। लस्सी तो वजन कम करने का काम करती है। पहले समय में कुपोषण का शिकार आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों के बच्चे होते थे परंतु अब आहार व्यवहार में बदलाव की वजह से धन संपन्न भी कुपोषित हो रहे हैं।
बड़ी असरकारी
- लस्सी के नियमित सेवन से पाचन तंत्र मजबूत बना रहता है।
- लस्सी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट और पानी की मात्रा शरीर की नमी को बरकरार रखते हैं।
- दही में प्रोबॉयोटिक्स होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है।
- कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर दही हड्डियों की मजबूती के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
- इसमें लैक्टिक एसिड की मात्रा अत्यधिक होती है, जिससे इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- इसमें बहुत सारे हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं जो बॉडी के टॉक्सिन दूर कर आपको रखते हैं फिट एंड फाइन।
- रोजाना लस्सी पीने से बॉडी का इम्यून सिस्टम बेहतर हो जाता है जो कई तरह की गंभीर बीमारियों से आपको रखता है दूर।
- योगर्ट हो या दही, दोनों में ही विटामिन डी और लैक्टिक एसिड पाया जाता है। जो इम्यून सिस्टम को रखता है चुस्त-दुरुस्त।
एसिडिटी से बचाए
एसिडिटी के लिए लस्सी एकदम सही है। लस्सी का एंटी एसिडिटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, भोजन में मसाले से होने वाली जलन और पेट की सूजन को कम करने में लस्सी मदद करती है। यह पेट में एसिड और होने वाली जलन से छुटकारा पाने में मदद करती है। छाछ में करी पत्ता, काली मिर्च और जीरा डालकर पीने से किसी भी तरह की पेट की जलन से छुटकारा मिलता है।
बलशाली बनाती है लस्सी
लस्सी के फायदों की बात करें तो इससे जहां इंसान बलशाली रहता है, वहीं उसे कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता भी मिलती है। कत्थूनंगल के गांव झंडे निवासी 65 वर्षीय किसान सविंदर सिंह आज भी जवां दिखते हैं। कहते हैं कि तंदुरुस्ती के लिए आज भी दिन में दो बड़े गिलास लस्सी पीता हूं। यह पंजाब का परंपरागत पेय पदार्थ है। कहते हैं कि उन्हें आज भी याद है कि उनके पिता घर में कभी चाय नहीं बनने देते थे। बाजार में पेय पदार्थों की वजह से लोग अब लस्सी से दूर हो रहे हैं। यह चिंता का विषय है।
(अमृतसर से नितिन धीमान का इनपुट)