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Corona Virus: कर्नाटक में नए ओमिक्रोन सब-वेरिएंट का नहीं मिला कोई मामला- स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार पहले ही दिशानिर्देश जारी कर चुकी है। सीमावर्ती जिलों में प्रशासन के साथ निर्देश और विवरण साझा किए गए हैं और इसके अनुसार एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।

By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Thu, 27 Oct 2022 06:04 PM (IST)
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स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक एहतियाती और निवारक उपाय किए जा रहे हैं।
मैसूर, पीटीआई। भारत में रोजाना कोविड-19 मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं ओमिक्रोन और उसके सब-वैरिएंट दुनियाभर में अभी भी प्रभावी बने हुए है। ऐसे में कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से एक बयान सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने गुरुवार को कहा कि ओमिक्रोन के नए सब-वैरिएंट के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्य में अभी इसका कोई भी मामला समाने नहीं आया है।

मंत्री ने बूस्टर खुराक लेने की दी सलाह

स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक एहतियाती और निवारक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से राज्य के सीमावर्ती जिलों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मंत्री ने लोगों को जल्द से जल्द कोरोनोवायरस वैक्सीन की बूस्टर खुराक लेने की सलाह दी। उन्होंने आगे कहा, 'इस तरह की कोई चिंता की बात नहीं है, क्योंकि देश में महाराष्ट्र के अलावा, ओमिक्रोन के नए सब-वैरिएंट का एक मामला सामने आया है, राज्य में नए रूपों की पहचान नहीं की गई है। इसलिए चिंता की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन हम सतर्क हैं।'

एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं : स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार पहले ही दिशानिर्देश जारी कर चुकी है। सीमावर्ती जिलों में प्रशासन के साथ निर्देश और विवरण साझा किए गए हैं, और इसके अनुसार एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं। त्योहारी सीजन के साथ-साथ देश में BQ.1, BA.2.3.20 और XBB जैसे नए Omicron सब-वेरिएंट की रिपोर्टिंग के साथ, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जनता के लिए एक कोविड एडवाइजरी जारी की है।

क्या है राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी में

एडवाइजरी में कहा गया है कि बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों वाले लोगों को अनिवार्य रूप से परीक्षण करने और परिणाम प्राप्त होने तक खुद को अलग रखना होगा। इसके अलावा सांस लेने में कठिनाई वाले लोगों को तत्काल अस्पताल में, चिकित्सा देखभाल लेनी चाहिए।

फेस मास्क पहनने का सवाल पूछे जाने पर, उन्होंने कहा, 'हम ऐसी स्थिति में नहीं पहुंचे हैं, लेकिन चीजों का अध्ययन और विश्लेषण किया जा रहा है। इस पर COVID पर तकनीकी सलाहकार समिति के साथ भी चर्चा की जाएगी।' स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने गुरुवार को यहां जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और कार्यक्रम अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, और चिकित्सा शिक्षा विभागों की मैसूर संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक की।

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