पिछले तीन दिनों से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मूसलाधार बारिश हो रही है। दोनों राज्यों में एनडीआरएफ की 26 टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं जबकि 14 और टीमें भेजी जाएंगी। आंध्र प्रदेश में पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश ने कई स्थानों पर खासकर विजयवाड़ा और उसके आसपास के इलाकों में सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में लगातार तीसरे दिन मूसलधार बारिश हुई। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदियां-नाले उफान पर हैं। लगातार बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है, फसलों को नुकसान पहुंचा है। सड़क और रेलमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव और ट्रैक क्षतिग्रस्त होने के कारण 432 ट्रेनें रद की गई हैं जबकि 139 के मार्गों में फेरबदल किया गया।
बारिश की वजह से 1.5 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र की फसलों पहुंचा नुकसान
एनडीआरएफ, सेना समेत अन्य एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। तेलंगाना में इस प्राकृतिक आपदा से 16 और आंध्र प्रदेश में 15 लोगों की मौत हो गई। 1.5 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र की फसलों को नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार ने करीब 5,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है और केंद्र से तत्काल 2,000 करोड़ की सहायता मांगी है। साथ ही बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। आंध प्रदेश में भी बाढ़ से करीब 4.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
तेलंगाना में तीन दशक बाद ऐसी बाढ़ आई
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने और बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ से हुए नुकसान पर केंद्र को एक व्यापक रिपोर्ट सौंपेगी। खम्मम जिले में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। तीन दशक बाद यहां ऐसी बाढ़ आई है।
अगले 24 घंटों में इन जिलों में हो सकती है झमाझम बारिश
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में आदिलाबाद, जगित्याल, कामारेड्डी, कोमाराम भीम आसिफाबाद, मेडक, मेडचल मलकाजगिरी, निजामाबाद, पेड्डापल्ली, संगारेड्डी समेत 11 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। उधर, आंध्र प्रदेश में पिछले तीन दिनों में हुई जोरदार बारिश और बाढ़ से 4.5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 31,238 लोगों को 166 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एनटीआर, गुंटूर, कृष्णा, एलुरु, पालनाडु, बापटला और प्रकाशम शामिल हैं।
एसडीआरएफ की 20 और एनडीआरएफ की 19 टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। एनडीआरएफ की नौ और एसडीआरएफ की दो और टीमें सर्वाधिक प्रभावित विजयवाड़ा के लिए रवाना हो गई हैं। गुंटूर और एनटीआर के प्रभावित क्षेत्रों में खोज और बचाव कार्यों के लिए वायु सेना के दो हेलीकाप्टर तैनात किए गए हैं। बाढ़ से 20 जिलों में करीब 1.65 लाख हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है।
इस बीच लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यों में हरसंभव मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार और आंध्र प्रदेश सरकार से आपदा प्रभावितों के लिए जल्द से जल्द पुनर्वास पैकेज देने की मांग की
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