Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Heeraben Modi: मां के जन्मदिन पर पीएम मोदी ने लिखा था विशेष पत्र, बचपन की यादों को किया था साझा

हीराबा ने जून में ही अपना 99वां जन्मदिन मनाया था। 18 जून 2022 को हीरीबेन 100 साल की हो गईं। 99वें जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने मां को याद करते हुए एक विशेष पत्र भी लिखा था। आइए पढ़ते हैं पत्र के कुछ महत्वपूर्ण अंश।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 28 Dec 2022 08:55 PM (IST)
Hero Image
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा के नाम लिखी थी विशेष पत्र।

नई दिल्ली, जेएनएन। गलवार देर रात (28 दिसंबर) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा (Heeraben Modi) की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें मंगलवार देर रात अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुधवार दोपहर पीएम मोदी, मां से मिलने अस्पताल पहुंचे और उन्होंने डॅाक्टरों से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य की जानकारी ली। तकरीबन 80 मिनट तक पीएम मोदी अस्पताल में मौजूद रहे। इसके बाद पीएम मोदी दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

जन्मदिन के अवसर पर पीएम मोदी ने मां के लिए लिखा था एक पत्र 

हीराबा ने जून में ही अपना 99वां जन्मदिन मनाया था। 18 जून 2022 को हीरीबेन 100 साल की हो गईं। मां के जन्मदिन के दिन पीएम मोदी सुबह-सुबह उनसे मिलने गांधीनगर पहुंचे थे और उनसे मुलाकात की थी। 99वें जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने मां को याद करते हुए एक विशेष पत्र भी लिखा था। गौरतलब है कि इस पत्र को पीएम ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है, जिस पर उनकी वेबसाइट का लिंक भी है, जिसे खोलकर पूरा पढ़ा सकते हैं. इस पत्र को 14 भाषाओं मे पढ़ा जा सकता है।

पीएम मोदी ने पत्र की शुरुआत में लिखा, 'मां, सिर्फ एक शब्द नहीं है। इस शब्द में भावनाओं की एक पूरी श्रृंखला शामिल है। दुनिया का कोई भी देश हो या कोई भी क्षेत्र हो, हर संतान के मन में सबसे अनमोल स्नेह मां के लिए होता है। मां, सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं गढ़ती बल्कि हमारा मन, हमारा व्यक्तित्व, हमारा आत्मविश्वास भी गढ़ती है और अपनी संतान के लिए ऐसा करते हुए वो खुद को खपा देती है, खुद भुला देती है।'

पीएम मोदी ने आगे लिखा, अपने काम के लिए वो किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहती, अपना काम किसी दूसरे से करवाना उन्हें कभी पसंद नहीं आया। मुझे याद है, वडनगर वाले मिट्टी के घर में बारिश के मौसम में कितनी दिक्कतें आती थीं। लेकिन मां की कोशिश रहती थी कि परेशानी कम से कम हो। इसलिए जून के महीने में, कड़ी धूप में मां घर की छत की खपरैल को ठीक करन के लिए ऊपर चढ़ जाया करती थीं।

मां ने सिखाया जीव पर दया करना: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने पत्र में आगे लिखा,'मेरी मां की एक और अच्छी आदत रही है जो मुझे हमेशा याद रही। जीव पर दया करना उनके संस्कारों में झलकता रहा है। गर्मी के दिनों में पक्षियों के लिए वो मिट्टी के बर्तनों में दाना और पानी जरूर रखा करती थीं। जो हमारे घर के आसपास स्ट्रीट डॉग्स रहते थे, वो भूखे ना रहें, मां इसका भी ख्याल रखती थीं। पिताजी अपने चाय की दुकान से जो मलाई लाते थे, मां उससे बड़े अच्छा घी बनाती थी। और घी का अधिकार हो ऐसा नहीं होता था। घी पर हमारे मोहल्ले का गायों का भी अधिकार था।'

मां की याददाश्त का भी किया पत्र में जिक्र

पीएम मोदी ने आगे मां की याददाश्त का जिक्र करते हुए कहा कि इतने बरस की होने के बावजूद, मां का याददाश्त अब भी बहुत अच्छी है। उन्हें दशकों पहले भी की बातें अच्छी तरह से याद हैं। पीएम मोदी ने पत्र में आगे लिखा, गरीबी से जूझते हुए परिस्थितयां कैसी भी रहीं हो, मेरे माता-पिता ने न कभी ईमानदारी का रास्ता छोड़ी न ही अपने स्वभिमान से समझौता किया।

यह भी पढ़ेंमां की तबीयत का जायजा लेने के बाद अहमदाबाद से दिल्ली रवाना हुए PM मोदी, अस्पताल में भर्ती हैं हीराबा