Assam: 'एक करोड़ रुपये दान करने आया तो हुआ शक', हिमंत बिस्वा बोले- मुझे फंसाने की साजिश; CBI से जांच कराने का एलान
हिमंत बिस्व सरमा ने एलान किया कि ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले की जांच अब सीबीआई करेगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में दर्ज 32 मामलों को जांच के लिए केस सीबीआई को स्थानांतरित करने का फैसला किया है। हिमंत ने कहा कि घोटाले के सिलसिले में अब तक 65 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं मामलों की जांच के लिए 14 एसआईटी बनाई गई हैं।
पीटीआई, गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि शुक्रवार को मंत्रिमंडल ने ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले के संबंध में दर्ज 32 मामलों को जांच के लिए सीबीआई को स्थानांतरित करने का फैसला किया है। मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ इस मामले पर चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि कुछ प्रक्रियाओं के कारण मामलों को सीबीआई को स्थानांतरित करने में लगभग एक महीने का समय लगेगा। सीएम ने कहा कि 20 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष और महिलाएं इन कंपनियों का प्रचार करते हैं। इन कंपनियों ने लोगों से शेयर बाजार में निवेश करने पर भारी रिटर्न देने का दावा करते हुए करोड़ों रुपये जुटाए। इसके बाद कंपनियां निवेशकों का भुगतान नहीं कर सकीं।
65 लोगों की हुई गिरफ्तारी
हिमंत ने बताया कि घोटाले के सिलसिले में अब तक 65 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही मामलों की जांच के लिए 14 एसआईटी बनाई गई हैं। इसके अलावा हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि इस घोटाले में उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही थी।उन्होंने कहा, 'जब एक युवक मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ रुपये दान करने आया तो मुझे संदेह हुआ। मैंने अधिकारियों से पता लगाने को कहा कि वह क्या करता है? इसके बाद जांच में ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाला सामने आया।' वहीं, इस मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री सुमी बोरा और उसके पति तार्किक से डिब्रुगढ़ पुलिस पूछताछ कर रही है।