Hindenburg: 'अमेरिका में बदनाम है हिंडनबर्ग', हरीश साल्वे ने की अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म के खिलाफ कार्रवाई की मांग
हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा सेबी की चेयरपर्सन पर लगाए गए आरोपों पर हरीश साल्वे ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग भारत का मजाक उड़ा रहा है अगर हिंडनबर्ग रिसर्च जैसे संगठनों पर लगाम नहीं लगाई गई तो इस तरह के संगठन एक दिन देश की न्यायपालिका पर सवाल उठाएंगे। उन्होंने इस मामले पर विपक्ष की जमकर आलोचना भी की है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद से ही हिंडनबर्ग भारत में एक बार फिर से चर्चा में आ गया। वहीं, अमेरिकी शॉर्ट-सेलर कंपनी पर जाने-माने कानूनी विशेषज्ञ और वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने जमकर हमला बोला है।
भारत में कई लोग हिंडनबर्ग पर कर रहे भरोसाः साल्वे
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग भारत का मजाक उड़ा रहा है। साल्वे ने कहा कि अगर हिंडनबर्ग रिसर्च जैसे संगठनों पर लगाम नहीं लगाई गई तो इस तरह के संगठन एक दिन देश की न्यायपालिका पर सवाल उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च अमेरिका में बदनाम है। हालांकि, भारत में कई लोग इस पर भरोसा कर रहे हैं और इसकी रिपोर्ट को विश्वसनीयता मान रहे हैं।
साल्वे ने की विपक्ष की आलोचना
उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को कोई भी देश महत्व नहीं देता है। सभी इसके रिपोर्ट को कूड़े के ढेर के समान मानते हैं। हालांकि, भारत में यह सेबी को धमकाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने इस मामले पर विपक्ष की जमकर आलोचना की है। हरीश साल्वे ने कहा कि राजनीतिक नेताओं का एक वर्ग हिंडेनबर्ग को गंभीरता से ले रहा है, जो कि शर्मनाक है।पूर्व सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि भारत में किसी भी संस्थान पर लोग बेबुनियाद आरोप लगाते हैं और बच भी जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संस्थान भारत का मजाक उड़ा रहा है।
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