Hindi Diwas 2022: अंग्रेजी के वे शब्द जिसका हम धड़ल्ले से करते हैं प्रयोग, जानें- हिंदी में क्या है इसका अर्थ
Hindi Diwas 2022 हिंदी भाषा के महत्व और इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालने के लिए हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है। आज आपको कुछ अंग्रेजी के शब्दों के हिंदी अर्थ बता रहे हैं जिसका हम धड़ल्ले से प्रयोग करते हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Hindi Diwas 2022 : हर वर्ष 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व को पहचानने और युवा पीढ़ी को इसके अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है। दुनिया भर में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं, और 258 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं।
यूं तो हिन्दी कई देशों में बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन हिन्दी के तमाम ऐसे शब्द हैं जिन्हें अंग्रेजी की मशहूर ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में भी शामिल किया गया है। ये ऐसे शब्द हैं जिनका उपयोग आम बोलचाल की भाषा में लगातार किया जाता है। ये शब्द देखते ही देखते इतने प्रचलन में आ गए कि ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने भी इन्हें मान्यता दी। इनमें संविधान, आत्मनिर्भर, दादागीरी, जुगाड़ आदि शब्द शामिल हैं।
इसके अलावा हम अपनी रोजमर्रा के जीवन में कई ऐसे अंग्रेजी के शब्द बोलते हैं, जिनका हिंदी मतलब शायद ही हमें पता हो। हिंदी दिवस के मौके पर हम आपके लिए ऐसे ही कुछ शब्द लेकर आए हैं, जिन्हें रोजाना इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उन्हें हिंदी में क्या कहते हैं इसकी जानकारी कम ही होती है।
- यूनिफॉर्म को हिंदी में क्या कहते हैं?
गणवेश
क्षण
कूटशब्द
उत्थापक, उच्चालित्र
उपग्रह
संकेत, इशारा
लौह पथ गामिनी विश्राम स्थल
लौह पथ गामिनी
अधिकोष
शिरस्त्राण
धूम्रपान दंडिका
साक्षात्कार
गणक या परिकलक
अंग्रेजी में लिए गए हिंदी शब्द
अनेकों अंग्रेजी शब्द जैसे अवतार, बंगला, गुरु, जंगल, खाकी, कर्म, लूट, मंत्र, निर्वाण, पंच, पजामा, शर्बत, शैम्पू, ठग, आंधी और योग सहित अंग्रेजी शब्द हिंदी से लिए गए हैं। इसके अलावा वर्ष 2020 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने lsquo;आत्मनिर्भरता’ को हिन्दी भाषा का शब्द चुना। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया की ओर से कहा गया कि कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था से निपटने के लिए आत्मनिर्भर भारत को एक हथियार के रूप में देखा गया। पिछले गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर आत्मनिर्भर भारत अभियान से संबंधित झांकी भी निकली थी। इससे पहले 2017 में आधार, 2018 में नारी शक्ति और 2019 में संविधान को ऑक्सफोर्ड ने हिंदी भाषा का शब्द चुना था।