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कौन है भारतवंशी हिंदुजा परिवार जिसके सदस्यों को स्विट्जरलैंड में सुनाई गई सजा, बाद में वकीलों ने दिया ये जवाब; जानें पूरा मामला

Hinduja family Case भारतीय मूल के अरबपति हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों को शुक्रवार को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अपने आलीशान विला में कम वेतन वाले नौकरों का शोषण करने के आरोप में दोषी ठहराया गया। हिंदुजा परिवार ने कहा है कि वे स्विस कोर्ट द्वारा कुछ सदस्यों के लिए जेल की सजा के फैसले से स्तब्ध हैं और उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील दायर की है।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 24 Jun 2024 04:08 PM (IST)
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Hinduja family Case हिंदुजा परिवार ने घटखटाया स्विस कोर्ट का दरवाजा। (रायटर)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Hinduja family Case ब्रिटेन के सबसे धनी भारतीय मूल के अरबपति हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में अपने आलीशान विला में कम वेतन वाले नौकरों का शोषण करने के आरोप में दोषी ठहराया गया।

हिंदुजा परिवार के प्रकाश हिंदुजा (78) और कमल हिंदुजा (75) जो खराब स्वास्थ्य के कारण मुकदमे में शामिल नहीं हुए, उन्हें प्रत्येक को साढ़ें चार साल की सजा सुनाई गई।

हिंदुजा परिवार का आया बयान

हालांकि, हिंदुजा परिवार ने कहा है कि वे स्विस कोर्ट द्वारा कुछ सदस्यों के लिए जेल की सजा के फैसले से 'स्तब्ध' हैं और उन्होंने उच्च न्यायालय में अपील दायर की है, जिसमें उन्हें जिनेवा में अपने विला में भारत से आए कमजोर घरेलू कामगारों का शोषण करने का दोषी पाया गया है।

जेल की सजा पर क्या बोले वकील 

शुक्रवार को परिवार की ओर से जारी एक बयान में स्विट्जरलैंड के वकीलों ने कहा कि उनके मुवक्किल प्रकाश और कमल हिंदुजा और उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता को मानव तस्करी के आरोपों से बरी कर दिया गया है। उन्होंने मीडिया रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया कि जिनेवा की अदालत की रिपोर्टों के बाद परिवार के किसी भी सदस्य को हिरासत में लिया जा सकता है, जिसमें कहा गया था कि चारों को चार से साढ़े चार साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।

हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा

वकीलों ने कहा कि मुवक्किलों को सभी मानव तस्करी के आरोपों से बरी कर दिया गया है। हम इस प्रथम दृष्टया न्यायालय में लिए गए निर्णय के शेष भाग से स्तब्ध और निराश हैं और हमने उच्च न्यायालय में अपील दायर की है, जिससे निर्णय का यह भाग प्रभावी नहीं रह गया है। वकील येल हयात और रॉबर्ट असैल और रोमन जॉर्डन द्वारा हस्ताक्षरित बयान में कहा गया है।

उन्होंने कहा कि स्विस कानून के तहत, सर्वोच्च न्यायाधिकरण द्वारा अंतिम निर्णय लागू होने तक निर्दोष होने का अनुमान सर्वोपरि है। कुछ मीडिया रिपोर्टों के विपरीत, परिवार के किसी भी सदस्य को प्रभावी रूप से हिरासत में नहीं रखा गया है। 

कौन हैं हिंदुजा?

  • बता दें कि 1914 में ब्रिटिश राज में भारत के सिंध क्षेत्र में परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने कमोडिटी-ट्रेडिंग व्यवसाय की स्थापना की, जिसे उनके चार बेटों ने जल्द ही बड़ी तेजी से आगे बढ़ाया।
  • शुरू में बॉलीवुड फिल्मों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वितरित करने में सफलता मिली। सबसे बड़े बेटे श्रीचंद का 2023 में निधन हो गया।
  • हिंदुजा परिवार की मीडिया, ऊर्जा और वित्त क्षेत्रों में बड़ा कारोबार है। छह भारतीय सरकारी कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी है। उनकी सामूहिक संपत्ति कम से कम 1 लाख 16 हजार 200 करोड़ (14 बिलियन डॉलर) है, जो उन्हें एशिया के शीर्ष 20 सबसे धनी परिवारों में शुमार करती है।
  • प्रकाश हिंदुजा और उनके भाई एक औद्योगिक समूह की देखरेख करते हैं जो सूचना प्रौद्योगिकी, मीडिया, बिजली, रियल एस्टेट और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में फैला हुआ है। फोर्ब्स का अनुमान है कि हिंदुजा परिवार की कुल संपत्ति लगभग 20 बिलियन डॉलर है।

नौकरों का शोषण करने का आरोप, कुत्ते से भी बुरे हाल

परिवार के सदस्यों पर ये आरोप लगाया गया कि उन्होंने अपने नौकरों के साथ शोषण किया। उनका पासपोर्ट जब्त किया, उन्हें विला से बाहर जाने से रोका गया और स्विट्जरलैंड में बहुत कम पैसे के लिए उन्हें बहुत लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर किया गया।

ये भी आरोप लगाया गया कि कुछ श्रमिक कथित तौर पर केवल हिंदी बोलते थे और उन्हें भारतीय रुपयों में वेतन दिया जाता था, जिसे वे कभी नहीं ले पाते थे। मुकदमे के दौरान, अभियोजकों ने आरोप लगाया कि परिवार ने अपने नौकरों की तुलना में अपने कुत्ते पर अधिक खर्च किया था।