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तुर्किये में बनी थी कश्मीरी पत्रकारों की हिट लिस्ट, आतंकी मुख्तार बाबा ने तैयार की थी सूची

कश्मीरी पत्रकारों को भारत समर्थक करार देकर बनाई गई हिट लिस्ट तुर्किये में तैयार की गई थी। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जुटाए गए सबूतों के अनुसार अंकारा में रह रहे आतंकी मुख्तार बाबा ने यह हिट लिस्ट बनाई थी।

By Amit SinghEdited By: Updated: Thu, 17 Nov 2022 11:28 PM (IST)
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तुर्किये में बनी थी कश्मीरी पत्रकारों की हिट लिस्ट
नीलू रंजन, नई दिल्ली। पिछले दिनों कश्मीरी पत्रकारों को भारत समर्थक करार देकर बनाई गई हिट लिस्ट तुर्किये में तैयार की गई थी। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जुटाए गए सबूतों के अनुसार अंकारा में रह रहे आतंकी मुख्तार बाबा ने यह हिट लिस्ट बनाई थी और इसे बनाने में कश्मीर के ही कुछ पत्रकारों ने मदद की थी। सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे छह पत्रकारों की सूची स्थानीय एजेंसियों को सौंप दी है, जिनमें दो की पहचान भी की जा चुकी है।

मुख्तार बाबा का आतंकवाद से पुराना रिश्ता

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार मुख्तार बाबा का आतंकवाद से पुराना रिश्ता रहा है और 1990 में कुछ समय के लिए कश्मीर में ही जेल भी काट चुका है। भारत से भागने से पहले मुख्तार बाबा ग्रेटर कश्मीर और कश्मीर आवजर्वर समेत कई मीडिया संस्थानों में काम चुका है। इस कारण कश्मीर घाटी में मीडिया के बारे में उसे अच्छी तरह पता है और वह पत्रकारों को अपनी खबरों और लेखों में भारत विरोधी लाइन लेने के लिए उकसाता रहा है। एजेंसियों ने कश्मीर में सक्रिय छह पत्रकारों की सूची भी दी है, जो लगातार मुख्तार बाबा के साथ संपर्क में हैं और उनमें दो की पहचान भी की जा चुकी है। पहचान किये गए दोनों पत्रकारों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की तैयारी चल रही है।

आतंकी के संपर्क में रहने वाले पत्रकारों की पहचान

सूत्रों के अनुसार एजेंसियों ने भले ही मुख्तार बाबा के संपर्क में रहने वाले छह पत्रकारों की सूची दी है, लेकिन ऐसे पत्रकारों की संख्या बढ़ सकती है और इसकी गहन जांच करने की जरूरत है। उन्हीं की इनपुट के आधार पर मुख्तार बाबा ने अंकारा में बैठकर भारत समर्थित पत्रकारों की सूची बनाई और उन्हें इंटरमेट मीडिया के जरिये जारी कर दिया। बाबा के संपर्क में रहने वाले पत्रकारों ने अन्य पत्रकारों को पाकिस्तान की लाइन लेने के लिए मजबूर करने के लिए इस सूची को वायरल करने में मदद की। एजेंसियों ने स्थानीय प्रशासन को मुख्तार बाबा की मदद करने वाले पत्रकारों की पहचान के लिए गहन छानबीन कर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है। ऐसे पत्रकारों की संपत्तियों और देश -विदेश में यात्राओं के विवरण की जांच से अहम सबूत मिल सकते हैं।

हिजबुल्ला से भी जुड़ा है मुख्तार बाबा

सूत्रों के अनुसार मुख्तार बाबा घाटी में अपने संपर्कों के माध्यम से द रेसिस्टेंट फ्रंट (टीआरएफ) के बैनर तले कश्मीरी युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने का काम करता रहा है और इसके लिए उसने घाटी में नेटवर्क भी तैयार कर रखा है। एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार बाबा कभी इस्त्राइल के खिलाफ सक्रिय आतंकी संगठन हिजबुल्ला से भी जुड़ा रहा है। हिजबुल्ला के 40 एके-47 राइफल दूसरे आतंकी संगठन को बेचने के आरोप में उसे बाहर का रास्ता दिखा गया था। 2018 से मुख्तार बाबा अंकारा में है और लगातार पाकिस्तान जाता रहता है। एजेंसियों के अनुसार मुख्तार बाबा को अंकारा में जगह दिलाने में जर्मनी मूल की अमेरिका महिला जोधा कैरिन फिशर की अहम भूमिका रही है। जोधी कैरिन फिशर आइएसआइ के डीप एजेंट के रूप में आठ साल कश्मीर घाटी में रहकर काम कर चुकी है। पोल खुलने के बाद उसे जबरन डिपोर्ट किया गया था।