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'आपदा प्रबंधन की बहुआयामी योजना ने बचाई लाखों लोगों की जान', शाह बोले- भारत आज किसी भी आपदा से निपटने में सक्षम

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के अनुसार मोदी सरकार में त्वरित आपदा मोचन बल बनाए जाने और सतर्क प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करने से लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत को आपदा के बेहतर तरीके से निपटने योग्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बहुआयामी आपदा प्रबंधन योजना पेश की है।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 19 Feb 2024 08:36 PM (IST)
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आपदा प्रबंधन की बहुआयामी योजना ने बचाई लाखों लोगों की जान- अमित शाह (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के अनुसार मोदी सरकार में त्वरित आपदा मोचन बल बनाए जाने और सतर्क प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करने से लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि भारत को आपदा के बेहतर तरीके से निपटने योग्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बहुआयामी आपदा प्रबंधन योजना पेश की है।

शाह ने एक्स प्लेटफार्म पर कई पोस्ट कर मोदी सरकार की बहुआयामी आपदा प्रबंधन योजना की जानकारी दी। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आपदाओं से निपटने के लिए जीरो कैजुअलिटी की नीति आपदा प्रबंधन का अहम हिस्सा है। इसी का नतीजा है कि आज हमारी आपदा के दौरान तैनात टीमें हर जिंदगी को सुरक्षित करने के लक्ष्य से प्रेरित होकर पूरी तरह पेशेवर ताकत के रूप में काम करती हैं।

भारत आज किसी भी आपदा से निपट सकता है- शाह

उनके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत आज किसी भी आपदा से निपट सकता है। इसका ताजा उदाहरण बिपरजॉय चक्रवात है। गुजरात के तट से टकराने वाले विनाशकारी चक्रवात के कारण भी एक भी जान नहीं गई। अमित शाह के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने आपदा-रोधी राष्ट्र के निर्माण के लिए भारत के युवाओं की शक्ति का उपयोग किया है। इस सिलसिले में लाखों लोगों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया, जिससे हमारे जवानों का मनोबल बढ़ा और समाज आपदाओं से लड़ने में सक्षम हुआ।

मंत्रालय ने 8000 करोड़ रुपये की आपदा प्रबंधन योजना लागू की

ध्यान देने की बात है कि गृह मंत्रालय ने 8000 करोड़ रुपये की आपदा प्रबंधन योजना लागू की है, जिसकी मदद से राज्यों में अग्निशमन सेवाओं का विस्तार हुआ है, सात प्रमुख शहरों में बाढ़ का जोखिम को कम करने में मदद मिली है और 17 राज्यों में भूस्खलन के जोखिम को कम करने का काम किया गया है।

5,000 करोड़ की परियोजना अलग से शुरू

इसके अलावा अग्निशमन सेवाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए पिछले साल जून में 5,000 करोड़ की परियोजना अलग से शुरू की गई। 2021 में राष्ट्रीय आपदा शमन कोष के तहत एनडीआरएफ को 13,693 करोड़ और राज्य आपदा शमन कोष के तहत एसडीआरएफ को 32,031 करोड़ आवंटित किए गए। 2005 से 2014 के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को जितनी धनराशि आवंटित की गई, उससे तीन गुना ज्यादा धनराशि उन्हें वर्ष 2014 से 2023 के दौरान दी गई।

एक लाख युवा वॉलेंटियर्स को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य

देश के 350 आपदा संभावित जिलों में 369 करोड़ के बजट से आपदा मित्र योजना को लागू किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य एक लाख युवा वॉलेंटियर्स को प्रशिक्षित करना है। इनमें 83,000 से अधिक लोगों को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है।

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