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केंद्र सरकार ने राज्यों से रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों की कोरोना जांच के दिए निर्देश, जानें क्‍यों

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को अपने यहां रह रहे रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों की जांच करने के निर्देश जारी किए हैं। जानें इसके पीछे की वजह...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 17 Apr 2020 11:40 PM (IST)
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केंद्र सरकार ने राज्यों से रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों की कोरोना जांच के दिए निर्देश, जानें क्‍यों
नई दिल्ली, पीटीआइ। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को अपने यहां रह रहे रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों की जांच करने को कहा है। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात के मजहबी आयोजन में रोहिंग्याओं के सम्मिलित होने की खबरों को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने जांच का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

मुख्य सचिवों और डीजीपी को लिखे पत्र में मंत्रालय ने कहा कि ऐसी खबरें मिली हैं कि कई रोहिंग्या मुस्लिम तब्लीगी जमात के विभिन्न आयोजनों में शामिल हुए थे। ऐसे में उनके कोरोना संक्रमित होने की आशंका है। मंत्रालय ने बताया कि हैदराबाद के कैंपों में रहने वाले रोहिंग्या हरियाणा के मेवात में तब्लीगियों के एक आयोजन में शामिल हुए थे और वहां से निजामुद्दीन के आयोजन में पहुंचे थे।

इसी तरह, दिल्ली के श्रम विहार और शाहीन बाग में रहने वाले रोहिंग्या जो तब्लीगी जमात की गतिविधियों में शामिल हुए थे, वे अपने कैंपों में वापस नहीं लौटे हैं। पंजाब के डेराबस्सी और जम्मू-कश्मीर के जम्मू क्षेत्र में भी ऐसे रोहिंग्याओं के होने की सूचना मिली है, जो तब्लीगी जमात के लिए काम करके लौटे हैं।

मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न रिपोर्टों को देखते हुए यह जरूरी है कि रोहिंग्या मुस्लिमों और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच की जाए। मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली, जम्मू और हैदराबाद समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में करीब 40,000 रोहिंग्या शरणार्थी हैं। पिछले महीने निजामुद्दीन से लौट कर जम्मू आए आठ रोहिंग्याओं को क्वारंटाइन किया गया था।

उल्‍लेखनीय है कि देश में तब्‍लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की वजह से संक्रमण फैलने के मामले सामने आए हैं। यही वजह है कि सरकार फूंक फूंक कर कदम रख रही है। सनद रहे कि तब्लीगी जमात के लोग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, मलेशिया और ब्रुनेई में भी कोरोना वायरस संक्रमण के बड़े वाहक साबित हुए हैं। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तब्लीगी जमात के 429 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।