न तो मॉक ड्रिल, ना ही अप्रत्याशित हमला फिर भी एयरपोर्ट पर क्यों मची अफरा-तफरी
रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर उस समय घंटे भर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा जब वहां मधुमक्खियों के झुंड ने अचानक से हमला कर दिया।
रायपुर (जेएनएन)। छत्तीसगढ़ के रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में यात्रियों के साथ ही उन्हें छोड़ने आए परिजनों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और वे बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे। अफरा-तफरी के इस माहौल में खास बात यह रही कि विमानतल पर मौजूद सुरक्षाकर्मी भी कुछ कर पाने में असमर्थ थे और थक- हार कर एक साइड से यात्रियों के अंदर जाने का रास्ता ही कुछ देर के लिए बंद करना पड़ा। चाौंकिए मत- ये न तो मॉक ड्रिल था, न अप्रत्याशित हमला। आइए जानते हैं आखिर क्या था माजरा-
एयरपोर्ट पर पहुंचा मधुमक्खियों का झुंड
रायपुर के विमानतल में न तो कोई मॉक ड्रिल का आयोजन था और न ही किसी भी प्रकार से कोई अप्रत्याशित हमला हुआ। हुआ यूं कि शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे बहुत से यात्री विमानतल के अंदर एंट्री कर रहे थे। उनके साथ उन्हें छोड़ने आए परिजन भी थे। सब कुछ हंसी-खुशी का माहौल ही था कि अचानक ही कहीं से मधुमक्खियों का झुंड पहुंचा और देखते ही देखते कुछ यात्रियों व उनके परिजनों पर हमला कर दिया।
जहां जगह दिखी वहां भागे
मधुमक्खियों के हमले से बौखलाए यात्री बचने के लिए इधर- उधर भागने लगे। वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने भी तुरंत ही यात्रियों व छोड़ने आए परिजनों को दूसरी ओर जाने को कहा। इस दौरान मौजूद सुरक्षा कर्मियों और एयरपोर्ट के अधिकारियों को यह समझ नहीं आ रहा था कि मधुमक्खियों के हमले से लोगों को कैसे बचाया जाए। आखिरकार विमानतल के एक ओर का रास्ता कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा।
झुंड कहां से आया? नहीं पता
सुरक्षा कर्मियों को भी यह समझ नहीं आ रहा था कि मधुमक्खियों का यह झुंड आखिर आया कहां से। बताया जा रहा है कि 25 से 30 यात्री व उनके परिजनों को मधुमक्खियों के दंश का सामना करना पड़ा। बहुत से यात्रियों का उपचार तो विमानतल में ही चिकित्सक द्वारा किया गया तथा कुछ यात्रियों को माना अस्पताल भी भेजा गया। आपको बता दें कि रायपुर के इस विमानतल पर मधुमक्खियों के हमले की पहली घटना है। इससे पहले किसी ने मधुमक्खियों की शिकायत तक नहीं की है। बहरहाल, एयरपोर्ट प्रबंधन मधुमक्खियों के ठिकाने की तलाश में जुट गया है, ताकि भविष्य में होने वाली किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।