Online Scam: कमाएं ढेर सारा पैसा का ऑनलाइन चीनी स्कैम, 15,000 भारतीयों को लगा 700 करोड़ का चूना
Online Scam हैदराबाद पुलिस (Hyderabad police) ने 700 करोड़ रुपये के चीनी ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी (Chinese scamsters) का खुलासा किया है। इस संबध में पुलिस ने अहमदाबाद के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड प्रकाश मूलचंदभाई प्रजापति (Prakash Mulchandbhai Prajapati) 2021 से हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस के रडार पर है। आरोपी अपने चीनी हैंडलर्स के संपर्क में था। इसमें लगभग 15 हजार भारतीयों के साथ ऑनलाइन स्कैम हुआ है।
By AgencyEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Wed, 26 Jul 2023 10:37 AM (IST)
तेलंगाना, एजेंसी।Online Scams: हैदराबाद पुलिस ने 700 करोड़ रुपये के चीनी ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी का खुलासा किया है। इस संबध में पुलिस ने अहमदाबाद के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड प्रकाश मूलचंदभाई प्रजापति 2021 से हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस के रडार पर है।
आरोपी अपने चीनी हैंडलर्स के संपर्क में था। एसीपी साइबर क्राइम केबीएम प्रसाद ने कहा, अकेले 2023 में उसके खिलाफ लगभग 600 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस के अनुसार, घोटालेबाजों ने कम से कम 15,000 भारतीयों को चूना लगाया है।
आधार कार्ड का करता था गलत इस्तेमाल
प्रजापति ने कथित तौर पर हैदराबाद के तीन निवासियों के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल किया। उनके पते में अदला-बदली की और इस जानकारी का उपयोग लगभग 45 बैंक खाते खोलने के लिए किया।प्रजापति ने भारत में सक्रिय स्थानीय सिम कार्डों का उपयोग किया। इससे रोमिंग पर विदेश, विशेष रूप से दुबई से काम करने में उसे मदद मिलती थी। बाद में, उसने मोबाइल फोन-शेयरिंग ऐप्स का इस्तेमाल किया, जिससे बिना किसी शुल्क के पैसे ट्रांसफर करने के लिए ओटीपी देखने में उसे मदद मिलती थी।
चीनी स्कैमर्स देते थे 3 प्रतिशत का कमीशन
अपने चीनी स्कैमर्स की मदद से, प्रजापति को 3% कमीशन मिलता था, जिससे उसकी डेली कमाई 10 लाख रुपये से 15 लाख रुपये के बीच हो जाती थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने दावा किया है कि गलत तरीके से अर्जित धन का एक हिस्सा लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह द्वारा संचालित खाते में भी भेजा गया था।इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आव्रजन ब्यूरो (बीओआई) ने मेगा ऑनलाइन पोंजी घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक चीनी नागरिक गुआनहुआ वांग के खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया है। एलओसी ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अनुरोध पर जारी की गई थी।