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UK Election 2024: भारत से कितना अलग है ब्रिटेन का आम चुनाव, कैसे चुना जाता है पीएम और कितनी हैं सीटें

ब्रिटेन में कल यानी चार जुलाई को आम चुनाव होने जा रहे हैं। मुख्य मुकाबला कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच है। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार हैं। विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो जाएगी जो रात 10 बजे तक चलेगी। वोटिंग के अगले दिन ही नतीजों का एलान कर दिया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Manish Negi Published: Wed, 03 Jul 2024 10:36 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jul 2024 10:37 AM (IST)
ब्रिटेन में वोटिंग की प्रक्रिया क्या है (फोटो- जागरण ग्राफिक्स)

डिजिटल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। ब्रिटेन की 650 सीटों पर आम चुनाव ( House of Commons) होना है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सत्ता में बने रहने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं तो विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। ब्रिटेन में 4 जुलाई को वोटिंग होगी। ओपेनियन पोल के मुताबिक, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर हार का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, वह पीएम बने रहेंगे या कीर स्टर्मर देश की कमान संभालेंगे, इसका फैसला 5 जुलाई को हो जाएगा।

4 जुलाई को होगा मतदान

ब्रिटेन के करोड़ों मतदाता 4 जुलाई यानी गुरुवार को हाउस ऑफ कॉमन्स के 650 सांसदों को चुनने के लिए मतदान करेंगे। खास बात यह है कि 650 में से करीब 50 सीटों पर भारतीय वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इन 50 सीटों में से 15 सीटें जैसे लेस्टर, बर्मिंघम, कॉन्वेंट्री, साउथ हॉल और हैरॉस में तो भारतीय मूल के उम्मीदवार ही पिछले दो चुनाव से जीत रहे हैं। इन सीटों पर इस बार सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को लेकर भारतीय वोटरों में गुस्सा है, तो वहीं विपक्षी लेबर पार्टी के उम्मीदवारों को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। अभी इन 15 सीटों में से 12 सीटें कंजर्वेटिव के पास हैं।

कब होगी वोटिंग और कब आएगा परिणाम?

ब्रिटेन में 4 जुलाई को स्‍थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे मतदान शुरू होगा, जो रात 10 बजे तक चलेगा। मतदान खत्‍म होते ही मतगणना शुरू हो जाएगी और 5 जुलाई को सुबह 5 बजे तक परिणाम आ जाएगा।

कौन डाल सकता है वोट?

ब्रिटेन के आम चुनाव में कोई भी व्‍यक्ति जो 4 जुलाई के दिन 18 साल या उससे अधिक का है और ब्रिटिश नागरिक है या यूके पते के साथ गणराज्य आयरलैंड नागरिक है तो वह मतदान कर सकता है। इसके अलावा, एक योग्य राष्ट्रमंडल नागरिक भी वोट डाल सकते हैं। विदेश में रहने वाले ब्रिटिश नागरिक जिनके निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होना है और वे पहले वहां के निवासी या मतदाता सूची में शामिल थे, वो भी वोट डाल सकते हैं।

प्रमुख नेता पार्टियां
ऋषि सुनक कंजर्वेटिव पार्टी
कीर स्टर्मर लेबर पार्टी
एड डेवी लिबरल डेमोक्रेट्स
कार्ला डेनियर और एड्रियन रामसे ग्रीन्‍स
निजेल फराज रिफॉर्म यूके
जॉन स्विनी स्‍कॉटिश नेशनल पार्टी
रून एपी इओरवर्थ प्लेड सिमरू
गेविन रॉबिन्सन डीयूपी

सुनक ने समय से पहले की चुनाव की घोषणा

प्रधानमंत्री सुनक ने 22 मई को अपने निवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट 4 जुलाई चुनाव कराने की घोषणा की थी। बता दें कि ऋषि सुनक प्रधानमंत्री के तौर पर चुनाव में पहली बार वोटर्स के सामने जाएंगे। साल 2022 में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनाव से पहले प्रधानमंत्री का कौन होगा, इसका एलान नहीं किया था। 44 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन में भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री हैं। सुनक ने अक्टूबर, 2022 में पदभार संभाला था।

ब्रिटेन में जनवरी 2025 में आम चुनाव होने की संभावना थी। ऋषि सुनक के पास चुनाव कराने का एलान करने के लिए दिसंबर तक का वक्त था, लेकिन सुनक ने सात महीने पहले ही इसका एलान कर दिया। चुनाव में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और विपक्षी लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर के बीच कड़ा मुकाबला है। स्टर्मर इंग्लैंड में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के पूर्व डायरेक्टर और अप्रैल 2020 से लेबर पार्टी के नेता हैं।

चुनाव में क्‍या हैं मुद्दे?

  • बढ़ती अप्रवासियों की संख्‍या पर लगाम कसना
  • महंगाई
  • बेरोजगारी

भारत से कितना अलग है ब्रिटेन का चुनाव?

देश में हाल में लोकसभा चुनाव संपन्न हुआ। चुनाव के दौरान देशभर की सड़कों पर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों के नाम के पोस्टर व बैनर लगे थे। सभी पार्टियों के नेता जोर-शोर से चुनाव प्रचार करने में लगे थे। रैली, रोड शो और जनसभाएं हो रही थीं, जबकि ब्रिटेन में माहौल इसके विपरीत होता है। वहां, इस तरह का चुनावी माहौल और चुनावी रंग देखने को नहीं मिलता और न ही सड़कों-दीवारों पर पोस्टर, बैनर और होर्डिंग नजर आते हैं। वहां सप्ताह भर धीमी गति से प्रचार होता रहता है, लेकिन सप्ताहांत यानी शनिवार-रविवार को प्रत्याशी डोर-टू-डोर जाकर वोट मांगते हैं। वहीं, ब्रिटेन में वोट बैलेट बॉक्स में डाले जाते हैं, जबकि भारत में ईवीएम के जरिए मतदान होता है।


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