Rajasthan New Cabinet: कैसी होगी राजस्थान के CM भजनलाल की टीम? जातिगत समीकरण और लोकसभा चुनाव साधने की होगी कवायद
Rajasthan Cabinet News राजस्थान में जल्द ही मंत्रिमंडल का गठन होने वाला है। इससे पहले कई लोगों के नामों को लेकर चर्चाएं तेज है कि उन्हें भी राजस्थान सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं राजस्थान मंत्रिमंडल आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी काफी अहम माना जा रहा है। भाजपा राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल में राजपूत-दलित समुदाय को भी साधने की पूरी कोशिश करेगी।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। Rajasthan New Cabinet: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार राजस्थान में राज बदलेगा या रिवाज और आखिरकार राजस्थान में 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद रिवाज बदला और सत्ता का ताज भाजपा के हिस्से में आया।
राजस्थान में विधानसभा चुनावों में बड़े स्तर पर भाजपा सरकार की जीत हुई। जीत के बाद से लोगों के लिए ये सवाल अहम था कि अब राजस्थान में भाजपा किसे नया मुख्यमंत्री का चेहरा बनाएगी। लगातार सामने आ रही अटकलों के बाद भाजपा ने इन पर विराम लगाते हुए राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए भजनलाल शर्मा के नाम की घोषणा कर दी। इसके साथ ही भाजपा ने राजस्थान में दो उपमुख्यमंत्री भी बनाए। जिसमें एक उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा और दूसरीं दीया कुमारी।
राजस्थान में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों की घोषणा होने के बाद अब सबकी नजरें मंत्रिमंडल के गठन पर हैं। अभी तक राजस्थान में मंत्रियों को शपथ दिलाने का कार्यक्रम नहीं हुआ है लेकिन राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं कि आखिर भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल में कौन मंत्री बनने जा रहा है।
वहीं, अभी तक राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल की तस्वीर साफ नहीं हो पाई कि इसका गठन वरिष्ठता के आधार पर होगा या जिले और जातीय संतुलन के आधार पर। लेकिन भाजपा ने मंत्रिमंडल के गठन को लेकर सभी बिंदुओं पर विचार विर्मश कर लिया है।
कुछ दिन पहले ही राज्य के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक में करीब 15 नामों को लेकर सहमित बन चुकी है।
भजनलाल शर्मा का मंत्रिमंडल लोकसभा चुनाव के लिए होगा अहम
राजस्थान में नए मुख्यमंत्री के चयन के बाद हर किसी की नजरें मंत्रिमंडल पर टिकी हैं जहां राजस्थान के सियासी गलियारों में यह सरगर्मियां तेज हैं कि किस विधायक को कौनसा मंत्रालय मिलने जा रहा है।
हालांकि माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल की तस्वीर वरिष्ठता और युवा संतुलन के साथ जातीय संतुलन को साधकर तैयार की जाएगी। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि बीजेपी ने मंत्रिमंडल को लेकर मंथन कर लिया है जिसके बाद इस हफ्ते नया मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है।
मंत्रिमंडल का खाका 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी अहम है जहां जातिगत समीकरण और चेहरों को साधने की कवायद चुनावी गणित को प्रभावित करेगी। बीजेपी हाईकमान ने ब्राह्मण चेहरे को सूबे का मुखिया बनाकर स्वर्ण वर्ग को एक बड़ा संदेश दिया है।
ऐसे में अब मंत्रिमंडल में ओबीसी की जातियां जैसे जाट, गुर्जर को बैलेंस करने की कवायद जरूरी होगी। इसके अलावा एससी-एसटी से किसी चेहरे को भी मंत्री बनाकर लोकसभा की कई सीटों को साधा जा सकता है। मालूम हो कि 2024 के अप्रैल महीने के बाद लोकसभा चुनावों का बिगुल बज जाएगा जहां बीजेपी अपना पुराना रिकॉर्ड दोहराने की जुगत में हर दांव-पेंच चलेगी।
गृहमंत्री के नाम को लेकर हो रही सबसे ज्यादा चर्चा
राजस्थान का नया गृहमंत्री कौन होगा इसे लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। इस लिस्ट में दो नाम भी चर्चाओं में शामिल हैं, एक बाबा बालक नाथ और दूसरा किरोड़ी लाल मीणा। ऐसा भी कहा जा रहा है कि राजस्थान में गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी एक ऐसे नेता को दी जा सकती है जिसकी छवि लोगों के बीच एक हिंदूवादी नेता के रूप में हो।
महिलाओं को भी मिल सकती है कैबिनेट में जगह
ये भी कहा जा रहा है कि राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल में 3 से 4 महिलाओं को भी जगह मिल सकती है। महिला आरक्षण को लेकर एक मैसेज देने के लिए भाजपा राजस्थान में महिला मंत्रियों के नामों में इजाफा भी कर सकती है। भाजपा ने राजस्थान में डिप्टी सीएम के तौर पर दीया कुमारी को चुन कर महिलाओं के प्रति एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं, महिला विधायकों में भी दीप्ति किरण माहेश्वरी, अनिता भदेल, नौक्षम चौधरी, सिद्धि कुमारी के नाम दावेदारों में शामिल हैं।
राजपूत-दलित समुदाय से सधेंगे समीकरण
मालूम हो कि राजस्थान में राजपूत भाजपा का कोर वोट बैंक रहा है जहां पिछले चुनावों में बीजेपी को राजपूत समुदाय की नाराजगी का सामना करना पड़ा थ। वहीं इस बार बीजेपी के 17 विधायक जीते हैं जहां माना जा रहा है कि बीजेपी राजपूत विधायकों में से मंत्री बनाकर 2024 के चुनावों को देखते हुए बड़ा संदेश दे सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजपूत नेताओं में महंत प्रतापपुरी, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, विश्वराज सिंह मेवाड़, सिद्धि कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सुरेंद्र सिंह राठौड़ जैसे नाम मंत्री पद के लिए चल रहे हैं। इसके अलावा बीजेपी ने प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाकर दलित समाज को साधने की कोशिश की है और वहीं बीजेपी से इस बार 16 विधायक दलित हैं, ऐसे में कई दलित चेहरों को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने पर विचार चल रहा है।
जाट-आदिवासी और वैश्य चेहरे भी आएंगे
वहीं, इस बार के चुनावों में 12 जाट विधायक जीतकर आए हैं और लोकसभा चुनाव को देखते हुए जाट समुदाय से भी कई चेहरों को मंत्री बनाया जा सकता है। जाट चेहरों में झाबर सिंह खर्रा, भैराराम सियोल, जगत सिंह, सुमित गोदारा, अजय सिंह किलक जैसे नाम चल रहे हैं।
वहीं आदिवासी इलाकों में भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के बढ़ते उभार को देखते हुए बीजेपी आदिवासी बेल्ट से भी कई चेहरों को मंत्री बना सकती है। इसके अलावा बीजेपी का कोर वोटबैंक माना जाने वाला वैश्य वर्ग भी मंत्रिमंडल में साधा जाएगा जहां बीजेपी में 8 विधायक हैं।
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