Hyderabad: पहले महिलाओं से दोस्ती कर भेजते थे उपहार, फिर इस तरह करते थे ठगी; पुलिस ने दो विदेशियों को पकड़ा
हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया पर महिलाओं को ठगने के आरोप में दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये महिलाओं से दोस्ती कर उनको उपहार भेजते थे। बाद में सीमा शुल्क विभाग के अधिकारी के रूप में खुद को पेश कर उनसे पैसे की मांग करते थे।
हैदराबाद, एएनआइ। हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस (Hyderabad Cyber Crime Police) ने शनिवार को सोशल मीडिया साइट पर एक महिला को ठगने के आरोप में राष्ट्रीय राजधानी से दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान अलाट पीटर (घाना) और रोमांस जोशुआ (नाइजीरिया) के रूप में हुई है। धोखाधड़ी की शिकार एक महिला द्वारा आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद हैदराबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
आरोपी ने खुद को बताया डाक्टर
अलाट पीटर ने खुद को आस्कर लियोन के रूप में यूएसए के एक डाक्टर के रूप में पेश किया और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगातार बातचीत के माध्यम से पीड़िता के साथ दोस्ती करनी शुरू कर दी। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी ने बाद में उसे बताया कि वह सोने के गहने, इलेक्ट्रानिक गैजेट्स और कुछ नकदी वाला एक पार्सल भेज रहा है।
पीड़ित महिला से लिए गए 2.2 लाख रुपये
अधिकारियों ने बताया कि 'इसके बाद, बाद वाले व्यक्ति रोमांस जोशुआ ने खुद को दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सीमा शुल्क विभाग के अधिकारी के रूप में पेश करने के बाद पीड़ित महिला को धोखा दिया और उससे आस्कर लियोन से प्राप्त उपहारों के लिए सीमा शुल्क कर का भुगतान करने की मांग की। उसने पीड़िता से कुल 2.2 लाख रुपये लिए।'
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छात्र वीजा पर दिल्ली गए थे आरोपी
जांच के दौरान साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपी को राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ करने पर, यह पता चला कि वे एक छात्र वीजा पर दिल्ली गए थे। उन्होंने सोशल मीडिया साइटों इंस्टाग्राम और फेसबुक पर गोरे लोगों की तस्वीरों का उपयोग करके नकली प्रोफाइल बनाई और महिलाओं को फालो रिक्वेस्ट भेजी। बाद में वे +1 और +44 नंबरों से शुरू होने वाले मोबाइल नंबरों से चैट करते हैं और पीड़ितों को यह विश्वास दिलाते हैं कि वे विदेशियों के साथ चैट कर रहे हैं।
महिलाओं को टारगेट करते थे आरोपी
इसके लिए आरोपी महिलाओं को टारगेट करता था। वे पीड़ित महिलाओं का विश्वास जीतने के बाद उनसे दोस्ती कर लेते थे और उन्हें बताते थे वे अपनी दोस्ती की निशानी के रूप में उपहार भेज रहे हैं। एक आरोपी सोने के आभूषण, सेलफोन, लैपटाप, नकदी आदि की तस्वीरें भेजता है, जबकि अन्य आरोपी पीड़ितों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सीमा शुल्क विभाग, दिल्ली से एक अधिकारी के रूप में खुद को पेश कर पीड़ितों से सीमा शुल्क, आयकर, आरबीआई शुल्क और रूपांतरण शुल्क आदि के नाम पर पैसे वसूलते हैं।
मुंबई पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार
इससे पहले, सितंबर में मुंबई पुलिस ने केंद्रीय ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों के रूप में एक व्यापारी को ठगने का प्रयास करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। सीबीआई और पुलिस के अधिकारी होने का नाटक कर चार लोग गोरेगांव में आस्तिक ट्रेडिंग सेंटर के कार्यालय में घुस गए और पांच लाख रुपये की मांग की। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चार लोगों को गिरफ्तार किया।
फर्जी आईडी कार्ड बरामद
गोरेगांव पुलिस ने कहा कि उनके पास से फर्जी सीबीआई और पुलिस आईडी कार्ड भी बरामद किए गए हैं। व्यवसायी ने पुलिस को बताया कि उसे कर्ज के रूप में करीब 1.6 करोड़ रुपये की जरूरत है और उसने एक व्यक्ति से संपर्क किया और कुछ देर बाद फर्जी अधिकारी उसके कार्यालय पहुंचे। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चारों लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में कई थानों में मामला दर्ज किया गया है।
अमीर व्यक्तियों को निशाना बनाता था गिरोह
पुलिस के अनुसार, गिरोह अमीर व्यापारियों को निशाना बनाता था। उनका काम लोगों को कर्ज देकर फंसाना, फिर फर्जी छापेमारी करना और सीबीआई और पुलिस अधिकारी होने का नाटक करके पैसे की मांग करना था।
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