'मैं जिंदा बच गया, क्योंकि...' ट्रेन में सफर कर रहे यात्री ने बयां किया भयावह मंजर, बताया कैसे हुआ हादसा
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हुई है। हादसे के बाद की सामने आई तस्वीरों में बचावकर्मी शवों को मलबे से बाहर निकालते दिखाई दिए। यात्रियों का सामान भी बिखरा नजर आया। ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों से जानिए कैसा था हादसा...
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 04 Jun 2023 12:03 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण डेस्क। Odisha Train Accident: ओडिशा के बालेश्वर जिले में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई। तीन ट्रेनों कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और मालगाड़ी से जुड़ा यह हादसा देश में सबसे खराब ट्रेन हादसों में से एक है।
घायलों को बालेश्वर के अस्पतालों में कराया गया भर्ती
दुर्घटनास्थल की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें डिब्बों को एक दूसरे के ऊपर दिखाया गया है, जिसमें यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है। बचावकर्मी शवों को मलबे से निकाला गया जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि हादसे में घायल लोगों में से अधिकांश को बालेश्वर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
चश्मदीदों ने बताई आपबीती
असम के दीपक दास, जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, ने घटना के बारे में बताया कि कैसे उनकी ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। उन्होंने बताया,मेरी ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई और डिब्बे पलट गए। मैं बच गया, क्योंकि मैं विंडो सीट पर था। मैंने खिड़की को पकड़ रखा था।
बिहार के एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि ट्रेन की अचानक टक्कर के बाद उन्हें जोर का झटका लगा, लेकिन इसके बाद क्या हुआ, उन्हें याद नहीं है। उन्होंने कहा,
मेरे परिवार को सूचित कर दिया गया है। वे मुझे घर ले जाने के लिए आ रहे हैं। मुझे ठीक से याद नहीं है कि क्या हुआ था। जब मेरी ट्रेन दूसरी ट्रेन से टकराई तो मैंने तेज आवाज सुनी।
हादसे के मूल कारण की हुई पहचान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हादसे के मूल कारण की पहचान कर ली गई है। उन्होंने कहा,इस हादसे के मूल कारण की पहचान कर ली गई है। पीएम मोदी ने कल घटनास्थल का निरीक्षण किया। सभी शवों को हटा दिया गया है। हमारा लक्ष्य बुधवार सुबह तक बहाली का काम पूरा करना है, ताकि इस ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ना शुरू हो सकें।
रेल मंत्रालय ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश
रेल मंत्रालय ने दुर्घटना कैसे हुई, इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मंत्रालय ने मरने वालों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। पीएम मोदी ने पीएम के राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिवार के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है।