ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी बनी वायुसेना में लड़ाकू इकाई की पहली महिला कमांडर
ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी को भारतीय वायुसेना ने पश्चिमी सेक्टर में अग्रिम लड़ाकू इकाई का कमांडर नियुक्त किया है। वह वायुसेना में लड़ाकू इकाई की पहली महिला कमांडर होंगी। वह 2003 में हेलीकाप्टर पायलट के रूप में वायुसेना में भर्ती हुई थीं।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Wed, 08 Mar 2023 12:10 AM (IST)
नई दिल्ली, एएनआइ : भारतीय वायुसेना ने ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी को पश्चिमी सेक्टर में अग्रिम लड़ाकू इकाई का कमांडर नियुक्त किया है। वह वायुसेना में लड़ाकू इकाई की पहली महिला कमांडर होंगी।
ग्रुप कैप्टन धामी 2003 में हेलीकाप्टर पायलट के रूप में वायुसेना में भर्ती हुई थीं और उन्हें 2,800 घंटों से ज्यादा का उड़ान अनुभव है। वह क्वालीफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर भी हैं और पश्चिमी सेक्टर में हेलीकाप्टर यूनिट की फ्लाइट कमांडर रह चुकी हैं। वह वर्तमान में एक अग्रिम कमान मुख्यालय की आपरेशंस ब्रांच में पदस्थ हैं।
कैप्टन श्रद्धा शिवदावकर, जो कि जालंधर में एक आर्मी एयर डिफेंस ऑफिसर के रूप में तैनात थीं। वह अपने सपने को जी रही थीं, लेकिन उनके जीवन में अभी भी कुछ कमी महसूस हो रही थी। अपने कमांडिंग ऑफिसर के काफी समझाने के बाद उन्होंने पायलट कोर्स के लिए आवेदन किया। वह वर्तमान में कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल, नासिक में कोर्स कर रही हैं। उनके नवंबर 2023 में अपना कोर्स पूरा करने और उन पंखों को पहनने वाली भारतीय सेना की कुछ महिला अधिकारियों में से एक बनने की उम्मीद है।
लेफ्टिनेंट हंसजा शर्मा वर्तमान में 661 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन (आर एंड ओ), जालंधर में तैनात हैं। वह कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल, नासिक में आर्मी पायलट बनने के लिए प्रशिक्षित हो रही हैं। वे वीमेन इन फोर्सेज के बारे में टिप्पणी करते हुए कहती हैं, "रगों में उत्साह भर जाता है। जब मैं सोचती हूं कि मैं कितनी दूर आ गई हूं और यह यात्रा मुझे कितनी दूर ले जाएगी, तो मैं अपनी नसों में उत्साह को महसूस कर सकती हूं।"
पहली पीढ़ी की सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट कृति सक्सेना ने 21 नवंबर, 2020 को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी, चेन्नई से अपना प्रशिक्षण पूरा किया और आर्मी एविएशन में कमीशन प्राप्त किया। वह सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में एक सक्रिय भागीदार रही हैं। उन्होंने सेना में शामिल होने से पहले क्रमशः इटली और दक्षिण कोरिया में दो बार ग्लोबल स्टूडेंट्स फोरम और वर्ल्ड इंजीनियरिंग एजुकेशन फोरम में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।