Mock Emergency Landing: बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपात लैंडिंग का अभ्यास करेगी वायुसेना, विमान में सवार रहेंगे राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी
भारतीय वायुसेना (IAF) का एक विमान इस हफ्ते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लेकर राजस्थान के बाड़मेर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर माक इमरजेंसी लैंडिंग करेगा। जानें इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी।
By Pooja SinghEdited By: Updated: Mon, 06 Sep 2021 07:16 PM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय वायुसेना का एक विमान इस सप्ताह राजस्थान के बाड़मेर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपात लैंडिंग का अभ्यास करेगा। इस विमान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सवार होंगे। इस राजमार्ग के अलावा देशभर में कम से कम 12 और राष्ट्रीय राजमार्गो को तैयार किया जा रहा है ताकि आपात स्थिति में वायुसेना के विमानों द्वारा उन्हें हवाई पट्टी के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि दोनों मंत्री इस सप्ताह बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर 3.5 किलोमीटर लंबी पट्टी का उद्घाटन करेंगे क्योंकि इसे वायुसेना के लड़ाकू विमानों और अन्य विमानों की आपात लैंडिंग के लिए तैयार कर दिया गया है। भारत का यह पहला राष्ट्रीय राजमार्ग है जिसका इस्तेमाल वायुसेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए किया जाएगा।अक्टूबर 2017 में वायुसेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर लैंडिंग का अभ्यास किया था ताकि यह दिखाया जा सके कि ऐसे राजमार्गो का उपयोग वायुसेना के विमानों को आपात स्थिति में उतारने के लिए किया जा सकता है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन आता है।सूत्रों के मुताबिक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारियों ने बाड़मेर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हवाई पट्टी विकसित करने के लिए वायुसेना अधिकारियों के साथ समन्वय करके काम किया। 12 राष्ट्रीय राजमार्गो के जिन हिस्सों को हवाई पट्टी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, उनकी पहचान की जा रही है और उन्हें तैयार किया जा रहा है।
अंबाला-कोटपुतली कारिडोर मार्च तक शुरू हो जाएगा : गडकरीकेंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को बताया कि अंबाला- कोटपुतली ग्रीनफील्ड कारिडोर 80 फीसद तैयार हो चुका है और लोगों के लिए इसे अगले साल मार्च तक खोलने की योजना है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'छह लेन वाले इस एक्सेस कंट्रोल कारिडोर (बाधा रहित यातायात वाला) का 11 हजार करोड़ रुपये के निवेश से रिकार्ड गति से निर्माण किया जा रहा है। 313 किलोमीटर लंबा यह हाई-वे पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के सड़क ढांचे को बदलकर रख देगा।'