Kerala Rain: केरल में भारी बारिश के बाद खुला इडुक्की बांध का शटर
केरल में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण अब तक कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। भारी बारिश को देखते हुए अब केरल राज्य जल प्राधिकरण ने मंगलवार को केरल के इडुक्की बांध का शटर खोल दिया क्योंकि जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
By Versha SinghEdited By: Updated: Sun, 07 Aug 2022 04:19 PM (IST)
इडुक्की (केरल), एजेंसी : भारी बारिश को देखते हुए केरल राज्य जल प्राधिकरण (Kerala State Water Authority) ने मंगलवार को केरल के इडुक्की बांध (Idukki Dam Kerala) का शटर खोल दिया, क्योंकि जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
इडुक्की जिले के अधिकारियों ने कहा, चेरुथोनी बांध के शटर नंबर 3 को सुबह 6 बजे 40 सेंटीमीटर खोला गया था, लेकिन इसे सुबह 8.30 बजे बढ़ाकर 60 सेंटीमीटर कर दिया गया। जलाशय में जल स्तर 2401.58 फीट तक पहुंचने पर जिला प्रशासन ने आरेंज अलर्ट जारी किया है।
केरल में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है, जो राज्य में कहर बरपा रही है. बारिश की वजह से पूरे राज्य में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इससे पहले शुक्रवार को भी प्रशासन ने मलमपुझा बांध के चार शटर खोल दिए थे और मुक्कईपुझा, कल्पथिपुझा और भरतपुझा नदियों के किनारे रहने वालों के लिए चेतावनी भी जारी की थी.नियम वक्र के अनुसार बांध की क्षमता 112.99 मीटर है। फिलहाल स्थिति चिंताजनक नहीं है लेकिन भारी बारिश को देखते हुए शटर खोल दिए गए और 5 सेंटीमीटर तक बढ़ा दिए गए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 4 से 8 अगस्त तक केरल में व्यापक बारिश की भविष्यवाणी की है और चेतावनी दी है कि राज्य अपने घाट क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा की उम्मीद कर सकता है।इससे पहले जुलाई के महीने में, कन्नूर और कासरगोड जिलों में कासरगोड की नदियों के उफान के साथ भारी बारिश हुई थी।कन्नूर में कई घर गिर गए और बारिश के पानी के अंदर जाने के कारण आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। ओवरफ्लो होने के कारण एक परिवार को पयन्नूर नगर पालिका से स्थानांतरित करना पड़ा।
कदलुंडी (मालापुरम), भरतपुझा (पलक्कड़), शिरिया (कासरगोड), करावन्नूर (त्रिशूर) और गायत्रीपुझा (त्रिशूर) नदियों का जलस्तर चेतावनी स्तर तक पहुंच गया है। बता दें कि 4 अगस्त को शोलयार और पेरिंगलकुथु बांधों के शटर उठाए गए थे।मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan) ने चालकुडी नदी के किनारे रहने वाले लोगों से बाहर निकलने का आग्रह किया है क्योंकि शाम तक जल प्रवाह बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि त्रिशूर और एर्नाकुलम जिलों के निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहना चाहिए।
पिछले महीनों में कई भूस्खलन भी हुए हैं। केरल के मुन्नार कुंडला एस्टेट में शुक्रवार को भारी भूस्खलन की सूचना मिली, जिससे एक मंदिर और दो दुकानें पूरी तरह जलमग्न हो गईं। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन भूस्खलन के कारण कम से कम 175 परिवार प्रभावित हुए हैं। राज्य में भारी बारिश के कारण अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है।सीएम के अनुसार, राज्य सरकार ने केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य बलों के आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का एक संयुक्त आपातकालीन कक्ष तैयार किया है। कोट्टायम, पठानमथिट्टा, इडुक्की, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम जिलों में भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. कई धाराएं बह निकलीं।